ईद-उल फितर के पर्व धूमधाम से मनाया, ईद-उल-फितर का संदेश उजले कपड़े पहनना नहीं बल्कि अपने दिल को हर बुराई से साफ करना : मौलाना इस्माइल कादरी

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रितेश गुप्ता, थांदला

मंगलवार शाम 8 बजे चांद की शहादत के बाद मुसलमानों का सबसे बड़ा पर्व ईद-उल-फितर का आगाज हो गया। मंगलवार रात से सोशल मीडिया पर ईद पर बधाइयों का संदेश शुरू हो गया तो वहीं मुस्लिम मोहल्लों में बच्चों, नौजवानों व बुजुर्गों में बुधवार को मनाई जाने वाली ईद की खुशियां चेहरों पर रौनक बिखेर रही थी। बुधवार सुबह 9 बजे स्थानीय ईदगाह पर मौलाना इस्माइल बरकाती ने इद उल फितर की नमाज अदा करवाई। इसके पूर्व सुबह 8.30 बजे मुस्लिम धर्मावलंबियों नई पौशाकों में ईदगाह स्थल पर पहुंचना शुरू हो गए थे। बच्चों तथा नौजवानों में इद को लेकर विशेष उत्साह था और मुस्लिम मौहल्ले व गलियां इत्र की खुशबू से महक रही थी। इदगाह स्थल पर मुस्लिम धर्मावलंबी एकत्रित हुए और इस दौरान मौलाना इस्माइल बरकाती साहब ने ईद का पैगाम देते हुए कहा कि जिस तरह से मुस्लिम बच्चों, नौजवानों, बच्चे, बूढ़े, औरतों ने एक माह तक रोजा रख अल्लाह की इबादत की और अपने आपको बुराइयों से रोका वैसे ही वे 11माह तक अपने आपको बुराइयों से बचाए और पांचों वक्तों की नमाज अदा करे और चुंगली, बुराईयों, बुरे कामों से बचाए रखे नेक कामों मेें अपनी जीवन अर्पित करे जिस तरह माहे रमजान में मुस्लिमों ने रोजा रखा और सब्र किया और अपने नब्जे को काबू में रखा वे आगे भी ऐसे ही करे ताकि वे सच्चे मुसलमान बन सके। मौलाना साहब ने ईद का पैगाम देते हुए कहा कि जिस तरह अपने कपड़े को साफ सुथरा रखते हैं उसी तरह अपने मन को भी साफ-सुथरा रखे और आपस में एक-दूसरे में लडऩे की बजाय समाज में जो बुराइयां फैली है उसके खिलाफ लड़े। उन्होंने शेर में अपनी बात कहते हुए कहा कि कुछ जिंदगी के प्रश्न उठाने की बात कर, खतरे में आदमी है बचाने की बात कर, लडऩा ही चाहता है तो बदी के खिलाफ लड़, नेकी पे अपनी जान लुटाने की बात कर। नफरतों से नफरते करने लगे हर आदमी, हो मोहब्बत ही मोहब्बत ये पयामें ईद है। मौलाना बरकाती साहब इसके बाद ईद उल फितर की नमाज अदा की, नमाज के बाद मुसलमानों ने एक-दूसरे को गले मिलकर ईद की मुबारकबाद दी। इस अवसर पर विधायक वीरसिंह भूरिया, गेंदाल डामर, कादर शेख, कादर खान, शम्मी खान, पार्षद कमालुद्दीन शेख पहुंचे और समाजजनों को गले लगाकर ईद की बधाई दी। इसके पश्चात स्थानीय कब्रिस्तान पर मुस्लिम समाजजनों ने अपने पुरखों की कब्रों पर फूल, अगरबत्ती व इत्र पेश कर उनकी मगफिरत की दुआएं की। गौरतलब है कि ईदगाह पर पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा माकूल प्रबंध किए और तहसीलदार, एसडीएम साहब, एसडीओपी एमएस गवली, टीआई मीणा, प्रआर जगदीश नायक, सुनील राजपूत समेत बड़ी संख्या में पुलिस अमला मौजूद था।

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