भर्ती में मेल-नर्सों को शामिल नहीं किए जाने को लेकर नर्सिंग छात्र संगठन ने जताया विरोध, कलेक्टर को ज्ञापन सौंप उठाई मांगे

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भूपेंद्र बरमंडलिया, मेघनगर
मंगलवार को नर्सिंग छात्र संगठन झाबुआ द्वारा मुख्यमंत्री कमलनाथ के नाम कलेक्टर प्रबल सिपाहा को ज्ञापन सौंपा गया। नर्सिंग छात्र संगठन के जिलाध्यक्ष प्रशान्त टगरिया ने बताया की पूरे देश में केवल मध्यप्रदेश में विगत 6-7 वर्षों से सरकारी क्षेत्र की स्टाफ नर्स की भर्तियों में मेल नर्सों को नहीं लिया जा रहा है, जबकि नर्सिंग का कोर्स मेल नर्सों व फिमेल नर्सो द्वारा एक समान रूप से किया जाता है। कांग्रेस पार्टी ने चुनावों के समय अपने घोषणा पत्र में मेल नर्स के मुद्दे को शामिल किया था लेकिन अभी तक मेल नर्सो के लिए सरकारी क्षेत्र की भर्तियां शुरू नहीं की गई हैं। वर्तमान में छभ्ड के तहत कई राज्यों में नर्सिंग स्टाफ की भर्तिया निकली है जिनमे मध्यप्रदेश में निकली 1015 पोस्ट पर केवल फीमेल नर्सो को ही लिया जा रहा है जबकि अन्य राज्यों में मेल नर्सो व फीमेल नर्सो दोनों को लिया जा रहा है। पूर्व की सरकार द्वारा लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग में 27 जून 2016 को 10 फीसदी भर्तियां मेल नर्सों को देने हेतु गजट में प्रकाशन किया गया था लेकिन इन एनएचएम की भर्तियों में 10 फीसदी भर्तियों से भी मेल नर्स को वंचित किया जा रहा है जो मेल नर्सो के साथ सरासर अन्याय है क्योंकि लाखों रुपए लगाकर मेल नर्स नर्सिंग का कोर्स करते हैं परन्तु सरकारी नौकरी से से मेल नर्सो को वंचित किया जा रहा है। आप ही सरकार का गठन करते हैं। उन्होंने अपील की कि निकाली गई भर्तियों में मेल नर्सो को शामिल किया जाए व मेल नर्स का कोटा 10 प्रतिशत से बढ़ाकर कम से कम 40 प्रतिशत किया जाये और इन भर्तियों में जीएनएम नर्सिंग करने वाले मेल फीमेल दोनों को भी शामिल किया जाए और घोषणा पत्र के वायदों को पूरा किया जाए। अगर संगठन की मांगों पर पर जल्द एवं उचित कार्रवाई नहीं की गई तो संगठन द्वारा 8 जुलाई 2019 से विधानसभा सत्र के समय भूख हड़ताल की जाएगी, जिसकी जिम्मेदार मध्यप्रदेश सरकार होगी। ज्ञापन सौंपते समय जिलाध्यक्ष प्रशान्त टगरिया, पवन प्रजापत, आदित्य रजक, अभिषेक हटिला, हार्दिक बांगडिय़ा, संजय, विपुल, विशाल, शिव बसोड़, निखिल आदि दर्जनो कार्यकर्ता उपस्थित थे।
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