पटवारी हड़ताल 13वें दिन में प्रवेश : मांगे न माने जाने पर पटवारियों में रोष

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झाबुआ लाइव के लिए थांदला से रितेश गुप्ता की रिपोर्ट-
थांदला।  तहसील प्रांगण में अपनी 6 सूत्री मांगों को लेकर प्रदेश के निर्देशानुसार जिलेभर के पटवारी भी अपनी मांगों को पूरा करने के लिये आन्दोलनरत है। 10 अप्रैल से  तहसील कार्यालय परिसर में पटवारी संघ के बैनर तले पटवारी हड़ताल पर होकर आन्दोलनरत है। पटवारी संघ मंसूर खान ने बताया कि मध्यप्रदेश में पटवारी महत्वपूर्ण पद माना जाता है जो शुरूआत से लेकर अंत तक अपनी महत्वपूर्ण भूमिका से जनता की सेवा करता है तथा शासन के लिए जानकारी पहुंचाता है। लेकिन प्रदेश सरकार द्वारा विगत कई वर्षों से पटवारियों की मांगों को लेकर बरती जा रही उदासीनता व लापरवाही जनता के लिए परेशानी का सबब बन गई है। पटवारी संघ तहसील उपाध्यक्ष मंसूर खान ने बताया कि धरने को लेकर कांग्रेस भी पटवारियों के समर्थन उतर गई। खान ने कहा कि कांग्रेस के पूर्व विधायक वीरसिंह भूरिया, जनपद अध्यक्ष गेंदाल डामोर, पार्षद अक्षय भट्ट, जसवंत भाबर आदि कांग्रेसियों ने समर्थन देते हुए कहा कि वे मंगलवार को तहसील प्रांगण पहुंचकर धरने का समर्थन करेंगे। गौरतलब है कि विगत 10 अप्रैल से अपनी मांगों को लेकर हडताल पर बैठे प्रदेशभर के पटवारियों की आवाज का प्रशासन पर कोई असर होता नजर नहीं आ रहा है इसके विपरीत शासन इन्हें दबाने के लिए नये नियम लादने की तैयारी कर रहा है। लेकिन इस बार पटवारी संघ के नेताओं के तीखे तेवर अलग ही नजर आ रहे है। अतिरिक्त भार के बोझ के नीचे दबे पटवारी अब अपनी कलमबंद हड़ताल के माध्यम से एक बार फिर प्रशासन के लिए मुसीबत बन गए है और इस समय मुख्यमंत्री की चेतावनी भरा बयान पटवारियों में असंतोष का कारण बना हुआ है।  इस दौरान मंसूर खान, कुदरतुल्ला खान, मलसिंह, नईम खान, रमीजुद्दीन, नरेश देवल, चेनालाल भायल आदि पटवारी मौजूद थे।
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