हजरत गेबन शाह वली उर्स में कव्वालों ने बांधा समां

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झाबुआ लाइव के लिए थांदला से रितेश गुप्ता की रिपोर्ट-

साम्प्रदायिक सौहार्द्र का प्रतीक हजरत गेबनशाह वली रहमतुल्लाह अलैह का तीन दिवसीय उर्स मुबारक सोमवार को महफिले रंग के साथ सम्पन्न हुआ है। इससे पूर्व उसे के प्रथम दिन शनिवार को प्रात: कुरआन ख्वानी के पश्चात चादर शरीफ का जुलूस स्थानीय गौसिया जामा मस्जिद से निकला, जिसमें मुस्लिम युवकों ने शामिल होकर आस्ताने पर चादर चढ़ाई। शनिवार देर शाम महफिले रंग का आयोजन हुआ जिसमें कपासन से तशरीफ लाए कव्वाल शब्बीर सदाकत साबरी तथा कोटा से पधारे हिफजुर-रहमान कव्वाल एंड पार्टी ने एक से बढक़र एक कलाम से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। उर्स के दौरान आयोजित की गई महफिले-सिमां में अंचल सहित समीपवर्ती जिलों के सूफी तथा संतों का सानिध्य भी प्राप्त हुआ।
रात भर डटे रहे श्रोता, जनप्रतिनिधियों ने भी शिरकत
रविवार देर शाम प्रारंभ हुई महफिले समां में बड़ी संख्या मुस्लिम धर्मावलंबियों के अतिरिक्त बाहर से आए मेहमानो से शिरकत की। हजारों की संख्या में महफिले-सिमां में पहुचें श्रद्धालुओं को शब्बीर सदाकत साबरी कव्वाल पार्टी तथा कमर वारसी कव्वाल पार्टी ने श्रद्धा से ओतप्रोत कलामों की प्रस्तुति देकर श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। इस दौरान कव्वालों ने देषभक्ति तथा कौमी एकता का रसपान भी उपस्थितजनों को कराया। ‘ह’ से हिन्दू ‘म’ से मुसलमान और दोनों को मिलाकर हम बन जाता है, पर श्रोताओं ने खूद दाद दी। महफिले सिमां में भाजपा की ओर विधायक  विश्वास सोनी, बंटी डामोर, अमित शाहजी, सुजीत भाबर, नटवर पंवार, संजय भाबर, राकेश सोनी,राजू धानक, महेश नागर तो कांग्रेस से पूर्व विधायक रतनसिंह भाबर, सुरेशचन्द्र जैन पप्पू सेठ, डॉ. विक्रांत भूरिया, जसवंत भाबर, राजेश डामोर, अक्षय भट्ट, आनंद चौहान आदि ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
महफिले रंग के साथ हुआ समापन
सोमवार प्रात: 11 बजे महफिले रंग प्रारंभ हुई जिसमें पुन: कव्वालों ने धार्मिक कलाम पेश किए। तत्पश्चात कुल की फातेहा व लंगर का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित रहे। इस आयोजन में शम्मी खान, सैयद शादाब, अमीर जमान खान, पिंटू शेख, शरीफ खान, रईस शेख आदि का सहयोग सराहनीय रहा। उर्स कमेटी के शम्मी खान ने उपस्थित रहे सभी धर्मजनों, गणमान्य नागरिक, जनप्रतिनिधि, मीडिया का आभार माना। सोमवार को रंग कुल के साथ लंगर (भंडार) का आयोजन किया गया जिसमें सभी धर्मों के लोगों ने भाग लिया।