सरकारी गेहूं से लदे ट्रक को सूनसान जगह ले जाकर 35 क्विंटल गेहूं की कर दी कालाबाजारी, ग्रामीणों ने ड्राइवर को पकड़ा, जिम्मेदारों की भूमिका संदिग्ध

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झाबुआ लाइव के लिए पेटलावद से हरीश राठौड़ की रिपोर्ट-
रविवार शाम लगभग 5.30 बजे गेहूं की कालाबाजारी करते हुए ग्रामीणों ने एक ट्रक को पकड़ा। प्रशासन मौन है कार्रवाई के नाम पर अभी तक कुछ नहीं हुआ, मामला है खामड़ीपाड़ा के मध्य का है। जानकारी के अनुसार वेयर हाउस से ट्रक एमपी 45 एच 7650 सरकारी गेहूं भरकर बरवेट के लिए निकलता है किंतु वह ट्रक बरवेट के रास्ते पर न जाकर कानवन रोड के रास्ते पर चल दिया, जहां आगे जा कर वह मेन रोड से फारेस्ट रेंज की ओर निकला, यह देख जागरूक ग्रामीणों ने ट्रक का पीछा किया तो पाया की फारेस्ट एरिया में सूनसान स्थान पर ट्रक में से एक ट्रैक्टर में गेहूं उतारा जा रहा है। जब ग्रामीणों ने देखा कि और ड्राइवर से पूछताछ की गई तो पाया कि 70 बोरी यानी 35 क्विंटल गेहूं खापड़ीपाड़ा निवासी कान्हा जायसवाल को बेचा गया है। वहीं तारखेड़ी के सेल्समैन की भूमिका भी संदिग्ध है। इसके बाद ग्रामीणों ने फूड इंस्पेक्टर को सूचना दी गई और ग्रामीणों ने पूरी घटना की वीडियो रिकॉर्डिंग की। गौरतलब है कि कुछ दिन पूर्व ग्रामीणों की सजगता से ही कुछ दिनों पूर्व शराब से भरा वाहन भी पकड़ा गया था। अब क्षेत्र में गेहूं की कालाबाजारी बेधडक़ जारी है, जिसमें जिम्मेदारों की सांठगांठ से इनकार नहीं किया जा सकता। इस संबंध में फूड इस्पेक्टर चंगोड से चर्चा करने पर उन्होंने जांच कर कार्रवाई करने की बात कहीं। इस संबंध में ग्रामीण मंडल अध्यक्ष कृष्णपाल सिंह गंगाखेडी का कहना है कि ग्रामीण जनता जाग्र है जो अपने आसपास हो रहे इस प्रकार के अवैध कार्य को रोक रही है। प्रशासन से ज्यादा जनता मुस्तैद है गेहूं की कालाबाजारी हो या शराब का अवैध परिवहन इसमें दोषी व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई होना चाहिए।