अतिथि शिक्षकों ने तालाबंदी कर नियमितीकरण की उठाई आवाज, 4 दिसंबर को करेंगे उग्र आंदोलन

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इस प्रकार पत्थरपाड़ा के स्कूल में ताले भी नहीं खुले.
इस प्रकार पत्थरपाड़ा के स्कूल में ताले भी नहीं खुले.

झाबुआ लाइव के लिए पेटलावद से हरीश राठौड़ की रिपोर्ट-
अतिथि शिक्षकों ने नियमितकरण के लिए मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन एसडीएम सीएस सोलंकी को सौंपा, जिसमें उन्होंने मांग की है कि अतिथि शिक्षकों नियमित किया जाए अन्यथा 4 दिसम्बर से उग्र आंदोलन की कर दिया जाएगा। अतिथि शिक्षकों ने मांग है कि 2007 से अतिथियों की नियुक्ति की गई थी। शिक्षण सत्र प्रारंभ होते ही प्रत्येक सत्र में नियुक्ति दे दी जाती है और शिक्षण सत्र समाप्ति पर नियुक्ति निरस्त कर दी जाती है। अतिथि शिक्षकों ने नियमित करने की मांग लंबे अर्से से की जा रही है किन्तु आज तक उन्हें नियमित नहीं किया गया। इस संबंध में शुक्रवार को अतिथि शिक्षक संघ लामबंद हुए, रैली निकालते हुए हाथ में बैनर लेकर एसडीएम को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। साथ ही धरना प्रदर्शन भी किया और आगे की रूप रेखा तैयार करते हुए 4 दिसम्बर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी। ज्ञापन सौंपने में जिलाध्यक्ष अजयपाल सिंह राठौर, जिला उपाध्यक्ष नाहरसिंह राणा, ब्लाक उपाध्यक्ष सुदेश कुमराावत, जितेंद्र राठौड आदि शिक्षक उपस्थित थे।
अतिथि शिक्षक नहीं होने से लगे ताले-
क्षेत्र में ऐसे कई स्कूल है जो की अतिथि शिक्षकों के भरोसे चल रहे है। इन स्कूलों में केवल अतिथि शिक्षक ही होते है। इनके अलावा कोई शिक्षक नहीं है शुक्रवार जब अतिथि शिक्षक पेटलावद ज्ञापन देने आए तो जो स्कूल अतिथि शिक्षकों के भरोसे चल रहे है वहां तालाबंदी हो गई, जिस कारण बच्चे दिनभर ग्राउंड में खेलते देखे गए। प्राथमिक विद्यालय पत्थरपाडा, सेमल, गुलरपाडा, नवापाडा, शासकीय कन्या प्राथमिक कुंडाल, हिम्मतगढ़, मचार फलिया की स्कूलों में ताले बंद रहे.