विभिन्न समस्याओं को लेकर हुई आदिवासी समाज की संयुक्त बैठक, कल झाबुआ जयस महापंचायत में हजारो की संख्या में शामिल होंगे समाजन जन

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पियुष चन्देल, अलीराजपुर

सम्पूर्ण अलीराजपूर जिले से 50 से अधिक की संख्या में जाएंगे वाहन
ACS ने बताई जिलेभर के स्कूल, कॉलेज में है सीट की कमी, स्टेशनरी, आवास भत्ता, छात्रव्रत्ति की समस्याएं
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7 सितम्बर शाम 5 बजे से अलीराजपुर के स्थानीय सहयोग गार्डन में आदिवासी समाज के विभिन्न संगठनों की संयुक्त बैठक रखी गयी जहा आदिवासी छात्र संघ द्वारा सामाजिक आंदोलन के साथ पूर्व ओर वर्तमान सरकार पर प्रश्न खड़ा किया और कॉलेज, स्कूल में व्याप्त विभिन्न समस्याओं के निराकरण न करने की बात कही जिससे छात्रों की पढ़ाई प्रभावित होंना बताया जबकि इस सबन्ध में विधायक, कलेक्टर, मुख्यमंत्री तक को ज्ञापन दिए गए है।विगत दिनों जयस महापंचायत झाबुआ (8 सितंबर) काफी विवाद व चर्चा का विषय बना रहा। प्रशासनिक विवादों व अटकलों के बीच अंत मे पॉलिटेक्निक मैदान में अनुमति मिली जिसको लेकर लगभग पूरी तैयारी हो चुकी है।जयस महापंचायत का उद्देश्य मुख्य रूप से समाज के युवाओ में नेतृत्व तैय्यार करना, सभी जाति के लोगो को एकसूत्र में बांधने का काम करना है।इससे पहले सोंढुल, कुक्षी में ये कार्यक्रम हो चुका है, जहां 50 हजार से अधिक लोग समाज जन शामिल हुए थे।जयस महापंचायत में सिर्फ आदिवासी समुदाय ही नही बल्कि गैर आदिवासी भी शामिल होकर आदिवासी समाज को दिशा देने का कार्य करते है।जिलाध्यक्ष मुकेश रावत ने बताया की इस महापंचायत में प्रदेश भर के कार्यकर्त्ता शामिल होंगे वही अलीराजपुर जिलेभर से हजारों की संख्या में 50 से अधिक छोटे-बड़े वाहनों के साथ समाज जन जयस सहित अन्य संगठन के कार्यकर्त्ता शामिल होंगे। झाबुआ जयस महापंचायत में धार, झाबुआ आलीराजपुर, रतलाम जिलों में होने वाले पलायन, कुपोषण, विकास के नाम पर जमीन अधिग्रहण, रोज़गार सहित कई प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की जाएगी ताकि आने वाले समय में समाज एकजुटता के साथ खड़ा रह सके।
आज की बैठक में जिले के सभी सामाजिक संगठन के पदाधिकारी शामिल हुए जिसमे रमेश डावर, नवलसिंह कलेश, रतनसिंह रावत, सुरेंद्र चौहान, जितेंद्र चौहान, नितेश अलावा, अर्जुनसिंह गुथरिया, किशोर मण्डलोई, प्रदीप किराड़, सालम सोलंकी, सुरेश सेमलिया, राजेन्द्र सोलंकी, चिमन, मूलसिंह बन्डोडिया, सव्वलसिंह चौहान, गेंदुसिंह, रोहित पड़ियार, रमतु चौहान, किरण भयडिया, सुनील डोडवे, रविन्द्र मुवेल, मुकेश तोमर, तेरसिंह चौहान, अजय किराड़ सहित काफी संख्या में कार्यकर्त्ता मौजूद रहे।

 

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