आत्म कहे वह करना मन कहे वह कभी मत करना : पंडित जोशी

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अलीराजपुर लाइव के लिए नानपुर से जितेंद्र वाणी (राज) की रिपोर्ट-
आत्मा कहे वह करना मन कहे वह कभी मत करना मन चंचल होता है। वह थोड़े से सुख की चाह रखता हे चाहे उससे किसी को कितना भी दुख क्यू न हो, किंतु आत्मा हमेशा अच्छा ही सोचेगी। साथ ही वह दूसरे का भाव भी जान लेती है। उक्त उदगार नानपुर स्थित गोपाल गौ शाला में प्रतिवर्ष गौअष्टमी के पावन पर्व पर होने वाली भागवत कथा के दूसरे दिन कथा वाचक पंडित शास्त्री योगेश्वर जोशी ने कही। वही पंडित जोशी ने मनुष्य के जीवन मे माता-पिता के अनमोल महत्व को भी बताया। साथ ही कहा की जो पुत्र अपने माता पिता को आंखे दिखाता है या फिर उन्हें अपमानित करता है समझो प्रभु ने उसकी उल्टी गिनती शुरू कर दी है। माता-पिता इस संसार में भगवान से बढ़ कर है। माता पिता की सेवा प्रभु नारायण की सेवा कहलाती है। वही कथा के दूसरे पखवाड़े में गौकरण की कथा की साथ ही गौ माता कैसे मनुष्य जीवन को तारती है बताया। कथा के दौरान संत सांवरिया महाराज नर्मदा पुत्र मोरवी गुजरात भी पधारे। वही संत नर्मदा पुत्र ने अपना सारा जीवन मां नर्मदा की सेवा में समर्पित कर दिया सांवरिया महाराज ने इस दौरान कहा कि आज कलयुग में मां नर्मदा साक्षात देवी का रुप है मां गंगा में स्नान से पुण्य मिलता है किंतु मां नर्मदा के दर्शन मात्र से जन्म जन्मों के पाप दूर हो जाते हैं। साथ ही कहा की आज क्षेत्र में मां नर्मदा जीवनदायनी मां है, जिसके कारण पूरा क्षेत्र हरा भरा है। कथा में जोबट, खट्टाली, अलीराजपुर के साथ आसपास के भक्त कथा श्रवण के लिए पधार रहे है। कथा के बाद आरती व प्रसादी का वितरण हुआ।