कोरोना कर्फ्यू यहां बेअसर; एक शटर से बिक रहा सामान कैसे टूटेगी कोरोना की चैन

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 रायपुरिया@ लवेश स्वर्णकार 

कोरोना के सक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए जिला प्रशासन ने 26 अप्रेल तक जिले में कोरोना कर्फ्यू लगाया है । कलेक्टर सोमेश मिश्रा, एसडीएम शिशिर गेमावत ने भी आकस्मिक निरीक्षण करके कोरोना कर्फ्यू का पालन करवाने केआवश्यक निर्देश दिए है। दअरसल आवागमन चालू होने से हर कोई बेवजह रायपुरिया चला आ रहा है इधर रायपुरिया में अधिकांश जगह पर आगे दुकान पीछे घर होने से एक शटर से व्यापार करना उनके लिए बहोत आसान हो रहा है जबकि जारी निर्देशो के तहत आवश्यक किराना समान की होम डिलीवरी देना है लेकिन यहां आलम यह है एक शटर में सब कुछ चालू है । पुलिस केवल चोराहे पर खड़ी रहती है और बिना माश्क वालो पर 100 रुपए की चालानी कार्रवाही करके वरिष्ठ अधिकरियो को दिखाने के लिए कार्रवाही कर अपने कर्तव्य की इति श्री कर रही है हम मानते है कि पुलिस को भी सक्रमण का खतरा बना हुवा रहता है वो अपनी स्वयं की सुरक्षा करते हुवे स्थानीय स्तर पर पुलिस की सख्ती के बिना कोरोना की चेन को तोड़ना असम्भव है । सुबह 6 बजे से 10 बजे का आलम यह है कि पुलिस चोराहे पर आकर खड़ी हो जाती है और इधर पूरे गांव के मुख्य मार्ग,राजगढ़ मार्ग,बस स्टैंड तथा सबसे ज्यादा सरकारी अस्पताल के सामने एक शटर से व्यापार करने वाले दुकान के बाहर बैठकर तथा लोगो को दुकान में ले जाकर शटर डालकर तथा कई लोग पिछले दरवाजे से व्यापार कर रहे है ऐसे में शासन प्रशासन की कोरोना की चैन तोड़ने की मंशा पर पानी फिर रहा है । जिन लोगो पर कोरोना कर्फ्यू के उलग्घन पर भारतीय दंड सहिता 1860 की धारा 188 तथा राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन की धारा 51 से 60 के तहत दंडनीय कार्रवाही करना थी उन दुकानदारो पर 100 रुपये की चालनी कार्रवाही करके कर्तव्य की इति श्री कर ली गई । ऒर महज 100 रुपये के चालान के बाद ऐसे व्यापारी बेफिक्र होकर अपना व्यापार कर कोरोना सक्रमण को फैलाने में बढ़ावा दे रहे है ।
*झाबुआ लाइव प्रशासन से रिकवेस्ट करता है कि प्रशासन यहां पर अपनी सख्ती दिखाए ताकि कोरोना की चैन को टूटने में मदद मिल सके।

इनका कहना है

थाना प्रभारी से विषय मे जब फोन पर चर्चा करना चाही तो कई बार लगाने के बाद भी उन्होंने फोन रिसीव नही किया ।

एसडीओपी सोनू डावर का कहना है कि बिल्कुल हम आकस्मित आकर देखेंगे ओर कार्रवाही करेंगे ।