व्यवहारिक ज्ञान व संस्कार के बिना शिक्षा अधूरी : गौरसिंह कटारा

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झाबुआ लाइव के लिए पेटलावद से हरीश राठौड़ की रिपोर्ट-
समीपस्थ ग्राम असालिया में सेवाभारती झाबुआ द्वारा संचालित शिक्षा का प्रकल्प कोचिंग क्लास का शुभारंभ किया गया जिसमें सेवा भारती झाबुआ के जिला सह योजना प्रमुख गौरसिंह कटारा विशेष रूप से उपस्थित हुए। उन्होंने सेवा भारती का परिचय देते हुए बताया कि सेवा भारती अपने जिले में कई वर्षों से संगठन के रूप में शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वावलंबन, समरसता, संस्कार, धार्मिक आदि क्षेत्रों में कार्य कर रही है। कोचिंग क्लास में उपस्थित वरिष्ठजन एवं भाई बहनों को संबोधित करते हुए कहा कि यहां संस्कार देने में महत्व दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि शिक्षा तो बहुत दी जाती है किंतु कहीं न कहीं संस्कार का अभाव है। जीवन में मात्र अक्षरज्ञान मायने नहीं रखता, संस्कार और व्यवहारिक ज्ञान मायने रखता है। शिक्षा हमारे जीवन में अच्छे बुरे की पहचान करने में मदद करती है। शिक्षा व्यक्ति के जीवन में नए साहस का निर्माण करती है। इसलिए वर्तमान स्थिति यदि देखी जाए तो विभिन्न विभागों में बिना दस्तावेजों के या बिना किसी कागज के काम नहीं होता है, तो ऐसी स्थिति में यदि कोई अनपढ़ व्यक्ति रहता है उसको समझ में नहीं आता कि मुझे जाना कहां है। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में शिक्षा के साथ साथ संस्कार, व्यवहारिक ज्ञान,अनुभव आदि बहुत जरूरी है. कङ्क्षचिंग क्लास में गांव के ही कॉलेज छात्र पंटु गामड नि:शुल्क शिबा प्रदान करेंगे। इस समय संकुल प्रमुख कोमल निनामा,पुंज प्रमुख अजय सिंगाड़, खुशाल निनामा, वरिष्ठ कार्यकर्ता मगन कटारा, कालु गाडी, गुरूजी, बाबु भाई,भगत और ग्रामीण जन उपस्थित थे.