दाखाबाई भंडारी का संथारे सहित देवलोकगमन

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सुश्राविका दाखाबाई भंडारी।

मेघनगर। नगर के किराना व्यावसायी श्यामसुंदर भंडारी की भाभीजी, कपडा व्यावसायी कांतिलाल भंडारी तथा पत्रकार संघ अध्यक्ष, श्रीराम रोटी अणु दरबार समिति अध्यक्ष प्रकाश भंडारी की माताजी दाखाबाई बाबूलालजी भंडारी का 4 जुलाई को 75 वर्ष की उम्र में संथारे सहित देवलोक हो गया। पारिवारिक सूत्रों के अनुसार विगत कुछ माह से अस्वस्थ दाखाबाई की दोपहर 2.30 बजे अचानक तबीयत बिगडऩे पर नगर में विराजित पूज्य महासती निखिलशिलाजी म.सा. आदि ठाणा दर्शन हेतु श्रीमती भंडारी के निवास पर पंहुचे जहां महासतीजी ने सकल श्रीसंघ तथा परिजनों की सहमति से दाखाबाई भंडारी को पूर्ण चेतन अवस्था में दोपहर 2.51 बजे संथारे के प्रत्याख्यान करवाए तथा लगभग 24 मिनिट तक धार्मिक उपदेश सुनते हुए दोपहर 3.15 बजे भंडारी ने अंतिम सांस ली। इस दौरान तप चक्रेश्वरी श्रीमति स्नेहलता बहन वागरेचा ने भी भंडारी को संथारे का महत्व बताते हुए नवकार महामंत्र श्रवण करवाया।
त्यागी व जीवदया प्रेमी थी भंडारी
दाखाबाई भंडारी अपने जीवनकाल में पुज्य गुरूदेव सौभाग्यमलजी मसा, आचार्य प्रवर पूज्य गुरूदेव उमेशमुनिजी मसा ‘अणु’, प्रर्वतक पूज्य गुरूदेव जिनेन्द्रमुनि मसा आदि साधु संतो ंके सानिध्य निरंतर मिलते रहने के कारण बेहद धार्मिक प्रवृति की थी। दाखाबाई भंडारी के बचपन से ही आजीवन रात्रि भोजन त्याग, जमीकंद त्याग व कच्चे पानी के त्याग थे। जीवन में कई बार अस्वस्थ होने पर भी उन्होने पूरी दृढ़ता से अपने पच्खाणो का पालन किया। उन्होने अपने जीवनकाल में कई बडी तपस्याएं भी की। जीवदया के लिए हमेशा समर्पित भंडारी अपने अंतिम समय तक जीवदया के लिए प्रतिबद्ध होकर जीवदया के कार्यो से जुडी रही।
प्रमुख मार्गो से निकली डोल
5 जुलाई सुबह 7 बजे निवास स्थान से डोल निकाली गई जिसमें परिजनों, समाजजनों, नगर के गणमान्य नागरिकों सहित धर्मदास गण के कई प्रमुख संघों के प्रतिनिधियों ने सम्मिलित होकर भंडारी को श्रद्धा के सुमन अर्पित किए। इस अवसर पर अंतिम यात्रा में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामील हुई। डोल नगर के प्रमुख मार्गो से होकर स्थानीय मुक्तिधाम पहुंची जंहा परिजनों श्यामसुंदर, कांतिलाल, प्रकाशचंद्र, चिराग, अमित, अंकित, विनित, अंशुल, आरव आदि ने मुखाग्नि दी। इस अवसर पर मुक्तिधाम पर यशवंत बाफना, विमल जैन, पुरूषोत्तम प्रजापति, निलेश भानपुरिया, राजेन्द्र व्होरा थांदला, प्रमोद भंडारी झाबुआ, बाबु भाई कर्नावट लिमडी, विनोद बाफना, रवि सुराणा आदि ने दाखाबाई भंडारी के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की।