गैर अधिमान्य पत्रकारों को फ्रन्टलाइन वर्कर घोषित करने को लेकर कोविड सेन्टर में भर्ती पत्रकार राजेश डुडवे ने काली पट्टी बांध किया विरोध

- Advertisement -

आकाश उपाध्याय/सुनील खेडे@जोबट

मुख्यमत्री शिवराजसिंह चौहान द्वारा अधिमान्य पत्रकारो को फ्रंटलाईन वर्कर घोषित करने के बाद गैर अधिमान्य पत्रकारों द्वारा लगातार विरोध किया जा रहा है । प्रदेश के कई जिलो में इसको लेकर ज्ञापन भी दिये जा चुके है । वही पूर्व मुख्यमत्री कमलनाथ ने भी शिवराजसिंह चौहान को पत्र लिखकर गैर अधिमान्य पत्रकारो को फ्रन्टलाइन वर्कर घोषित करने की मांग की है । कोरोना की इस महामारी में अधिमान्य पत्रकारो की तरह गैर अधिमान्य पत्रकार भी लगातार जमीनी स्तर अपनी जान जोखीम डाल पत्रकारीता कर रहे है । ऐसे में प्रदेश सरकार द्वारा नाम मात्र अधिमान्य को फ्रन्टलाईन वर्कर का दर्जा देना उचित नही है । इसी के चलते आज जोबट प्रेस क्लब द्वारा स्थानीय तहसील कार्यालय पर काली पट्टी बांध विरोध करते हुए गैर अधिमान्य पत्रकारो को फ्रन्टलाइन वर्कर घोषित करने की मांग की है । कोरोना पॉजिटिव होने के चलते कोविड केयर सेन्टर में भर्ती पत्रकार राजेश डुडवे ने भी हाथ पर काली पट्टी बांध वही से फोटो भेज विरोध का समर्थन किया । प्रेस क्लब अध्यक्ष सुनील जोशी ने कहा की पुरे प्रदेश में शासन प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर अपनी जान जोखिम डालते हुए सभी पत्रकार जमीनी स्तर पर कवरेज कर रहे है व लाॅकडाउन में घर बैठी जनता को एक-एक गतीविधियों की जानकारी पहुचा रहे है । ऐसे में केवल अधिमान्य पत्रकारो को फ्रन्टलाईन वर्कर घोषित करना गैर अधिमान्य पत्रकारो के अपमान जैसा है । आपने बताया की पुर्व में कलेक्टर के माध्यम से ज्ञापन देकर मुख्यमंत्री से मांग की जा चुकी है और आज हम उन्हे पुनः संज्ञान में लाने के लिये काली पट्टी बाद मौन विरोध कर रहे है । विरोध प्रदर्शन मे मनीष जोशी, संजय सोमानी, नरेन्द्र जैन, मनीष वाणी, रितेश आगाल, सोनु सालवी, संजय टवली, आकाश उपाध्याय, चयन खत्री, हेमन्त जैन के साथ राजेश डुडवे( कोरोना कोविड सेन्टर में भर्ती होने के चलते वर्चुवली) शामिल हुए।