भाजपा ने शासन में आते ही आम लोगों के साथ किया विश्वासघात : सांसद भूरिया

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झाबुआ

भारतीय जनता पार्टी के शासनकाल में आम लोगों के साथ किसान, मजदूर, श्रमिक, बेरोजगार युवक युवतियों तथा महिलाओं का जनजीवन असुरक्षित सा हो गया है। भय एवं भूख से मुक्ति देने का नारा भाजपा ने दिया था और इसी विश्वाास के आधार पर आम लोगों ने केन्द्र व प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी को शासन की बागडोर सौंपी किंतु केन्द्रों एवं प्रदेश की भाजपा सरकार ने आम लोगों के साथ विश्वासघात किया है। केन्द्र में भाजपा को चार साल बीत जाने पर राष्ट्रीय कांग्रेस द्वारा विश्वातसघात दिवस आंदोलन के रूप में आज संपूर्ण देश में मनाया जा रहा है। भाजपा के विश्वाीसघात दिवस का स्पष्टीकरण देते हुए स्थानीय सांसद एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया ने झाबुआ में आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान बताया कि आज आम लोग बेरोजगारी, पेयजल एवं बिजली तथा महिलाएं अपनी अस्मिता की समस्या से जकड़ी हुई है। वहीं पेट्रोल-डीजल एवं गैस की बड़ती कीमतों से देश बर्बादी के कगार पर खड़ा हो गया है। भूरिया कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में पेट्रोल पर एक्साइस ड्यूटी 9.02 रूपये प्रति लीटर थी जो आज बढक़र 19.41 रूपये हो गई। बीजेपी शासित राज्योंा में भी एक्साइज ड्यूटी 36 से 38 प्रतिशत के लगभग है। मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जनकल्याण की दिशा में कोई सार्थक पहल नहीं कर रहे हैं एवं एक्साइज ड्यूटी व कराधन प्रदेश के लोगों पर मनमाने ढ़ंग से थोप रहे हैं। किसानों द्वारा आगामी दिनों में आंदोलन किए जाने की जो चेतावनी शासन का दी गई है इस पर मध्यप्रदेश सरकार किसानों की समस्यांओं के समाधान का रास्तों चुनने के बजाए अपने पुलिस प्रशासन को किसानों से कड़ाई से निपटने के लिए प्रतिशोध की भावना के चलते पुलिस को आंदोलन को दबाने के लिए प्रशिक्षित कर रही है। भूरिया ने आरोप लगाया कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष कर्नाटक में विधायकों की खरीद-फरोख्त के लिए 100 करोड़ रुपए का प्रस्ताव अपनी सरकार बनाने के लिए रखा था, विधायकों की खरीद-फरोख्त कर सरकार बनाने के लिए जी-तोड़ कोशिश करती है कर्नाटक, गोवा, मणीपुर जैसे राज्यों में पैसे के दम पर भाजपा दम भिड़ती है परंतु आम लोगों की खुशहाली के लिए उसके पास पैसा नहीं है। वहीं दूसरी ओर मध्यपप्रदेश में गरीबों को दिया जाने वाला खाद्यान्न में भी भारी भरकम रूप से मुनाफाखोरी की जा रही है। आंगनवाडियां एवं स्कूलों में खाद्यान्न अनुपात में नहीं पहुंचाया जाता है। इसका जवलंत उदाहरण हाल ही में झाबुआ-अलीराजपुर में आयोग की टीम द्वारा निरीक्षण में पाया गया। वहीं इन दोनों जिलों में करोड़ों का भ्रष्टााचार हो रहा है जो लोकायुक्तण की जानकारी में भी है परन्तु। प्रदेश की शिवराज सिंह सरकार लोकायुक्त को भी आखें दिखा कर अपनी शरणागत बना रही है।
पत्रकारों से पूछा कि क्या यही मोदीजी एवं शिवराजसिंह के अच्छे दिन हैं? आदिवासी क्षेत्रों में यूपीए के कार्यकाल में सोनिया गांधी एवं मनमोहन सिंह के नेतृत्व में आदिवासी इलाका के विकास हेतु स्पेशल फंड जारी किया था परन्तु आज विपरीत परिस्थितियां बना रखी है। आदिवासी बच्चें छात्रवृत्ति एवं साइकिल जैसी सुविधाओं के लिए वंचित हो गए हैं तो दूसरी ओर किसानों को उनकी उपज का सही दाम नहीं मिल पा रहा है। दूसरी ओर न्यायपालिका के कार्यों में भी हस्तकक्षेप कर इस सर्वोच्च संस्था के कार्यों पर भी प्रश्न। चिन्हा उठाने की भाजपा ने नापाक कोशिश की है। भूरिया ने कहा कि भविष्य में होने जा रहे अपने अधिकारों की सुरक्षा एवं कृषि उपज का सही मूल्यांाकन एवं फसल के मूल्य का मूल्यांकन सही ढंग से नहीं करने एवं भावांतर योजना में विसंगतियां को देखते हुए किसानों ने भविष्य में जो आंदोलन करने की रूपरेखा बनाकर शासन को सचेत किया है बावजूद इसके अगर किसानों के हित में भाजपा ने कोई कदम नहीं उठाया तो उनकी सुरक्षा व्यवस्था कांग्रेस सडक़ों पर उतर कर आंदोलन करेगी। प्रेसवार्ता में जिला कांग्रेस अध्यनक्ष निर्मल मेहता ने उपस्थित होकर पत्रकारो का अगवानी करते हुए स्वागत किया।