बिखरे हुए समाज को एकत्रित करने के लिए बंजारा लबाना नायकड़ा समाज के लोगों के लिए हो रहा है सामाजिक महाकुंभ

- Advertisement -

भूपेंद्र नायक, पिटोल

संपूर्ण भारत वर्ष में विभिन्न राज्यों में निवासरत बिखरे हुए हिंदू गोर बंजारा लबाना नायकडा समाज के संगठित करने के लिए समाज मे सनातन हिंदू धर्म संस्कृति को बचाने समाज को जागृत करने के लिए 25 से 30 जनवरी 2023 तक महाराष्ट्र प्रदेश के जिला जलगांव के जाम जामनेर गांव गोद्री में सामाजिक महाकुंभ आयोजित किया जा रहा है।

इस आयोजन का भव्य स्वरूप के लिए महाराष्ट्र के गोद्री में भव्य तैयारियां हो चुकी है अतः समाज जन अधिक से अधिक संख्या में सह परिवार वहां कार्यक्रम के लिए पधारने के लिए महाराष्ट्र तेलंगाना मध्यप्रदेश राजस्थान हिमाचल पंजाब उत्तरांचल उत्तर प्रदेश आदि राज्यों के सामाजिक संतो वरिष्ठ लोगों द्वारा सपरिवार आने के लिए प्रचार प्रसार किया जा रहा है इस आयोजन का धार्मिक स्वरूप भव्य अलौकिक होगा।

बंजारा लबाना नायकडा समाज का इतिहास

950 वर्ष से लिखी जा रही लबाना समाज की वंशावली (पोथी) और पौराणिक कथाओं के अनुसार अपने सपनों को सच करने के लिए इन समाज के लोगों द्वारा संपूर्ण भारत वर्ष में घूम घूम कर नमक का व्यापार करने लगे नमक का व्यापार करने के लिए बंजारा लबाना समाज के लोग बैल गाड़ियों से गांव गांव जाकर व्यापार करते थे। इन समाज के दो महान महापुरुष हो गए हुए बाबा मखन शाह लबाना और बाबा लक्खी शाह बंजारा हुए प्राचीन में यह जातियां व्यापार करते-करते समय बीतने के अनुसार घुमंतू विमुक्त घुमक्कड़ जातियों के अंतर्गत आने लगे समय बीतता गया। वैसे वैसे समाज बिखरते हुए जहां व्यापार करने लगे उसी राज्यों में बस गए जहां बसे वही की संस्कृति को अपनाकर सामाजिक तौर पर बस गए परंतु आप धीरे-धीरे समाज शिक्षित शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ा धर्म-कर्म के साथ समाज में जागरूकता के एवं संचार माध्यम से मैं अब पता चला है कि संपूर्ण भारत देश के 19 राज्यों में बंजारा लबाना नायकड़ा समाज के लोग रहते हैं विगत 15 वर्षों में संचार क्रांति एवं आपसी जान-पहचान और जुड़ाव होता जा रहा है और पिछले वर्ष कई वर्षों में कई छोटे-मोटे सभी राज्यों के लोगों सामाजिक के सम्मेलन हुए हैं परंतु भी महाराष्ट्र के गोद्री में भव्य सामाजिक धार्मिक महाकुंभ होने जा रहा है।

सामाजिक महाकुंभ कि ये होंगे आकर्षण

25 से 30 जनवरी 2023 तक गोद्री होने वाले महाकुंभ में समाज के इतिहास की पुस्तक के अलग अलग राज्य में निवासरत लोगों का रहन-सहन वेशभूषा सामाजिक पुराने रीति रिवाज खेल तथा देशभर के प्रसिद्ध संत शिरोमणि शंकराचार्य एवं संतों द्वारा प्रवचन महापुरुषों के आशीर्वाद बंजारा लबाना नायकड़ा समाज के रीति-रिवाजों का प्रस्तुतीकरण सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा संतो के साथ समाज के प्रबुद्ध बुद्धिजीवीयो द्वारा संबोधन होगा एवं समाज को एक सूत्र एक माला में पिरोने के लिए प्रयास किए जाएंगे।

इस प्रकार दे रहे हैं समाज को आमंत्रण

लबाना बंजारा नायकड़ा समाज के वरिष्ठ समाजजनों के साथ सभी राज्यों के संतो धर्म गुरुओ द्वारा सामाजिक रूपरेखा एवं कार्यक्रम की संपूर्ण जानकारी वाला पोस्टर एवं छोटे-छोटे पंपलेट स्टीकर लेकर सभी राज्यों के गांव में गांव जा जाकर सामाजिक छोटी बैठक कर के एवं समाज के बड़े सामाजिक आयोजनों में जाकर आमंत्रण दे रहे हैं जिसमें बंजारा समाज के धर्मगुरु परम पूज्य बाबू सिंह जी महाराज वृंदावन धाम परम पूज्य गोपाल चैतन्य जी महाराज तेलंगाना लबाना समाज से परम पूज्य महंत 1008 श्री राम सिंह जी महाराज एवं परम पूज्य सुरेश चंद्र जी महाराज मध्य प्रदेश से गुरु साहेब धाम मलाजपुर से परम पूज्य 1008 श्री श्री चंद्र सिंगजी महाराज महाराष्ट्र से श्री श्याम चैतन्य जी महाराज एवं देश के विभिन्न राज्यों में जाकर धर्म जागरण के लिए आमंत्रित कर रहे हैं वहीं मध्य प्रदेश गुजरात राजस्थान के लिए परम पूज्य सुरेश चंद्र जी महाराज ने आकर आमंत्रण दे रहे हैं इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य समाज में वर्तमान समय के परिवर्तन के दौर के साथ चलना पुरानी रीति-रिवाजों को आज की परिवेश के अनुसार बदला चाहिए या नहीं चाहिए वही समाज में एकजुटता के लिए प्रयास कर गोर बंजारा लबाना नायकड़ा को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए प्रयास होंगे इस कार्यक्रम में सभी राज्यों से आने वाले समाज जनों को ठहरने एवं भंडारे की व्यवस्था महाराष्ट्र के साथ सभी राज्यों के समाज जनों के सहयोग से किया जाएगा।