चर्चित विजय पांचाल ब्लाइंड मर्डर में पुलिस का बड़ा खुलासा; यह बड़ा कारण बना विजय की जान का दुश्मन…

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विपुल पांचाल/नवनीत त्रिवेदी/झाबुआ

झाबुआ जिले के मेघनगर में हुए विजय पांचाल ब्लाइंड मर्डर की गुत्थी सुलझ गई है। एल आज एसपी अगम जैन ने प्रेस कॉफ्रेंस कर एक बड़ा खुलासा किया है। दो माह के बाद आखिरकार आरोपियों तक पुलिस पहुंच ही गई।
गोरतलब है कि 13 अगस्त की सुबह विजय पांचाल रोजाना की तरह कत्था फैक्ट्री मेघनगर में इलेक्ट्रिशियन की नौकरी करने गया था। करीब 12:30 बजे उसके पिता नारायण पंचाल द्वारा किसी काम से विजय को फोन लगाया तो उसने नहीं उठाया व शाम तक घर नहीं आया। शाम को हनुमान मंदिर नवापाडा रोड़ रेल्वे पटरी नाले के पास में विजय पंचाल का शव मिला। किसी अज्ञात बदमाश द्वारा सिर में धारदार हथियार से मारकर विजय पंचाल की हत्या कर दी थी। तभी से आरोपियों की तलाश पुलिस द्वारा की जा रही थी। यही नहीं पुलिस ने इनाम भी घोषित किया था।

पढ़िए पुलिस का खुलासा

घटना का विवरण :- दिनांक 13.08.2022 की सुबह विजय पंचाल रोजाना की तरह अपनी पैशन प्रो मोटर साईकिल से कत्था फैक्ट्री मेघनगर में इलेक्ट्रिशियन की नौकरी करने गया था। दोपहर 12 बजे घर पर पंखे की पंखुड़ी खराब होने पर घर के लिये निकला। करीब 01:00-01:30 बजे तक घर नहीं पहुंचने पर परिजनों द्वारा कई बार कॉल किया गया जो विजय पांचाल द्वारा रिसिव नहीं किया गया। व शाम तक घर पर नहीं आया। जिस पर थाना मेघनगर में गुमशुदगी कायम की गई। दिनांक 13.08.2022 की शाम को हनुमान मंदिर नवापाडा रोड़ रेल्वे पटरी नाले के पास में विजय पंचाल का शव मिला। किसी अज्ञात बदमाश द्वारा सिर पर गंभीर चोट पंहुचाकर विजय पंचाल की हत्या कर दी। जिस पर थाना मेघनगर की पुलिस टीम द्वारा हत्या का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
अतः प्रकरण की संवेदनशीलता व गंभीरता को दृष्टिगत रखते हुए तत्कालीन पुलिस अधीक्षक द्वारा अज्ञात आरोपी की गिरफ्तारी हेतु 10,000/-रू. नगद ईनाम की उद्घोषणा की गई है।
हत्या के खुलासे के लिये की गयी कार्यवाही :-
पुलिस टीम द्वारा घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया गया। पुलिस टीम द्वारा इसका पता लगाया जा रहा था कि विजय पाचांल की हत्या का कारण क्या है? इसके बारे में छानबीन शुरू की गई। विजय पांचाल के परिजनों से भी पुछताछ की गई लेकिन उनके द्वारा कोई शंका जाहिर नहीं की गई। विजय पांचाल से जुड़े कई व्यक्तियों से पुछताछ की गई लेकिन कहीं कोई पता नहीं चला।
विजय पांचाल की हत्या किसके द्वारा की गई इसके बारे में कोई जानकारी नहीं मिलने पर हत्या की सनसनीखेज घटना को देखते हुए पुलिस अधीक्षक झाबुआ श्री अगम जैन द्वारा संपूर्ण घटना को गंभीरता से लेते हुए एसडीओपी थांदला श्री रविन्द्र सिंह राठी के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया। जिसमें पुलिस के 13 अधिकारियों/कर्मचारियों को शामिल किया गया। इसके साथ ही अति. पुलिस अधीक्षक झाबुआ श्री प्रेमलाल कुर्वे के नेतृत्व में थाना मेघनगर व झाबुआ की टेक्निकल टीम लगातार हत्या के खुलासे के लिये लगी हुई थी। इसके साथ ही आसूचना संकलन की टीमों को गोपनीय सूचनाए एकत्रित करने हेतु लगाया गया।
घटना का खुलासा :-
पुलिस टीमें विजय पांचाल की हत्या के खुलासे हेतु लगी हुई थी। जिसमें संदेही व्यक्तियों को शॉर्टलिस्ट किया गया। इस हेतु फिर से बारीकी से जांच-पड़ताल शुरू की गई। जानकारी प्राप्त हुई कि विजय पांचाल की हत्या जहां हुई थी उस घटनास्थल के पास बने मकान में निवासरत अमरसिंह व उसकी पत्नी पर संदेह होने पर उनसे पुछताछ की गई तो शुरू में तो उनके द्वारा इधर-उधर की बाते कर पुलिस टीम को उलझाने की कोशिश की गई। अधिक शंका होने पर वैज्ञानिक तथ्यों एवं बार-बार घटनास्थल का निरीक्षण करने व पुछताछ करने पर घटना करना कबूल किया। विवेचना में यह तथ्य सामने आया कि अमरसिंह ने अपनी पत्नी कालीबाई से मृतक विजय के अवैध संबंध होने की शंका के आधार पर हत्या कारीत की।
आरोपी अमरसिंह ने अपनी पत्नी से मृतक विजय के मिलने आने का समय जानकर मृतक विजय की हत्या करने की योजना बनाई। घटना को अंजाम देने के लिये आरोपी अमरसिंह ने अपने साथी कालिया को तैयार किया एवं कालिया ने अपने साथी सुनील व नरेश को तैयार किया। दिनांक 13.08.2022 को आरोपी अमरसिंह व उसके साथी के साथ मिलकर घर के रास्ते में घात लगाकर बैठ गये। जैसे ही मृतक विजय कालीबाई से मिलने के लिए आया, आरोपियों द्वारा एकमत होकर लकड़ी (फाचरा) से सिर में गंभीर चोट एवं पत्थरों से मारकर हत्या कर दी और रेल्वे पटरी के पास झाड़ियों में फैंक दिया ताकि लोगो को लगे कि विजय की मृत्यु ट्रेन से टकराकर दुर्घटना होने से हुई है।

आरोपियों के नाम :-
1. अमरसिंह पिता कुका देवदा उम्र 26 वर्ष निवासी डुंडका (गिरफ्तार)
2. कालू उर्फ कालिया पिता पेमा वसुनिया उम्र 25 वर्ष निवासी नवापाड़ा (गिरफ्तार)
3. सुनील पिता सबुर मकवाना उम्र 23 वर्ष निवासी सुदर्शन कॉलोनी मेघनगर (गिरफ्तार)
4. नरेश पिता सरदार सराणिया उम्र 28 वर्ष निवासी रलिययाती अर्बन अस्पताल के पास दाहोद हाल निवास सुदर्शन कॉलोनी मेघनगर (गिरफ्तार)
5. काली बाई पति अमरसिंह देवदा उम्र25 वर्ष निवासी डुंडका मेघनगर (गिरफ्तार)

सराहनीय कार्य में योगदान :-
संपुर्ण घटनाक्रम का खुलासा करने में थाना प्रभारी मेघनगर निरी. तुरसिंह डावर, थाना प्रभारी पेटलावद निरी. सुरेन्द्र गाडरिया, थाना प्रभारी काकनवानी निरी. हिरूसिंह रावत, चौकी प्रभारी कुंदनपुर उनि पल्लवी भाबर, उनि दिलीपसिंह, क्राईम ब्रांच प्रभारी उनि रामसिंह चौहान, प्रआर. 152 रमेश, आर. 30 गमतु, 524 मनोहर, 100 मुकेश, उनि अशोक बघेल, चौकी प्रभारी पिटोल उनि रमेश कोली, चौकी प्रभारी अंतरवेलिया सउनि राजेन्द्र शर्मा, सउनि उमेश मकवाना, सउनि राजेश गुर्जर, सउनि मुकेश वर्मा, सउनि ओमप्रकाश जोशी, सउनि बलराम, प्रआर. 225 राकेश, प्रआर. 492रायसिंह, 357 जंगोडसिंह, 551 धर्मेन्द्र, आर. 172 महेन्द्र, 484 देवेन्द्र, 427 राजेन्द्र, मनीष, 487 लालसिंह, मआर. 72 अंजली, मआर. 627 रेखा, प्रआर. रविन्द्र एवं आर. 98 मंगलेश पाटीदार, आर. 552 महेश प्रजापति, आर. 573 संदीप बघेल, आर. 192 दीपक पटेल का सराहनीय योगदान रहा। उक्त सराहनीय कार्य पर पुलिस टीम को पुलिस अधीक्षक झाबुआ द्वारा पुरूस्कृत करने की घोषणा की।