आदिवासी जन चेतना यात्रा में बोले डॉ. विक्रांत भूरिया नशाखोरी समाज के लिए समाज लिए अभिशाप – डॉ. विक्रांत भूरिया

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पारा। सांसद कांतिलाल भूरिया के पुत्र समाजसेवी डॉ. विक्रांत भूरिया के नेतृत्व में निकाली जा रही आदिवासी जन चेतना यात्रा पारा पहुंची। जन चेतना यात्रा की ऐतिहासिक रैली नगर के प्रमुख मार्गो से निकली जहा डॉ विक्रांत भूरिया का जगह जगह पारा के नागरिकों, मुस्लिम समाज, ग्रामीणों द्वारा पुष्पवर्षा कर आत्मीय स्वागत किया गया। डॉ. भूरिया ने इस दौरान ग्रामीणों से रूबरू हुए तथा क्षेत्र की समस्याओं की जानकारी ली। डॉ. भूरिया ने रात्रि विश्राम पारा नगर के शनि मंदिर परिसर मे किया। शनिमंदिर परिसर मे पत्रकार वार्ता मे डॉण् भूरिया ने बताया कि आदिवासी चेतना यात्रा समाजसेवी मामा बालेश्वर दयाल की समाधी बामनिया से आरंभ की गई जो करीब 12 दिनों के बाद 300 किलोमीटर की दूरी तय कर अलीराजपुर जिले के आजाद नगर मे संपन्न होगी। यात्रा का उद्देश्य समग्र समाज में अंहिसा, आपसी भाईचारा, समाज में फैली कुरीतियों, दहेजदापा व नशा से मुक्त करना व आदिवासी युवाओं को नशामुक्त करवा कर समाज की मुख्यधारा में लाना। डॉ. भूरिया ने वार्ता के दौरान यह कहा कि नशाखोरी की वजह से इस आदिवासी क्षेत्र में आए दिन ऐसी अवांछनीय घटनाएं घटित हो रही है जिस पर हमें अंकुश लगाने की आवश्यकता है। नशे की वजह से अपराध बढ रहे हे व आदिवासी समाज की बदनामी हो रही है। उन्होने आदिवसी भाईयो से कहा की किसी का कुछ नुकसान हो तो भरपाई जितनी ही रकम ले। हमे समाज को बचाना है व दुसरे समाज की भी रक्षा करना हे। हम न तो शोषण होने देगे न ही शोषण करेंगे। मृत्यु भोज पर कहा की यह सभी समाज के लिए एक अभिशाप हे यह बंद होना यह चाहीए व किसी मृत्यु होने पर कपडे सभी लोगो द्वारा शाल आदि करने का रिवाज हे यह भी बन्द कर नगर या समाज द्वारा पेसा इकट्ठा कर सभी तरफ से मीलकर करना चाहीए शेष बची राशी को दुखी परिवार को आर्थिक सहायता के लिए देदेना चाहीए। डॉण् भूरिया ने कहा की यह यात्रा समाज सुधारक यात्रा हे धर्म व राजनीती से किसा का पेट नही भरता। पेट भरता हे समाजीक व आर्थिक सुधार से समाज सुधरेगा तो भविष्य सुरक्षित होगा। आज हम 21वीं सदी में डिजिटल टेक्नोलॉजी की बात कर रहे है जबकि देश के अधिकांश ग्रामीण क्षेत्र के लाइट नही हैं। बिना लाइट के डिजिटल होना संभव नहीं है। हमें इंडिया व भारत के बीच की दूरी को पाटना है। इण्डिया में बड़े-बड़े मॉल, उन्नत टेक्नोलाजी है। वही भारत अर्थात ग्रामीण क्षेत्रों में सुविधाएं नही के बराबर है। इस दौरान पत्रकारो व ग्रामीणों द्वारा पूछे गए प्रश्नों व समस्या पारा नगर में खेल मैदान पर अवैध कब्जा हटाने एनबर की जल समस्या का शीघ्र निदान करवाने, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मे महिला चिकित्सक की नियुक्ति ग्राम रातीमाली मे तालाब की नहर के उपर भवन निर्माण कर नहर का पानी रोकने के व बालक हायर सेकंडरी स्कूल में शौचालय नहीं होने, हैंडपंप लगाने, आदि समस्याओं के निकारण के लिए डॉ. भूरिया ने अपने पिता सांसद कांतिलाल भूरिया के मार्फत शीघ्र हल करवाने का आश्वासन दिया। इस दौरान डॉण्विक्रांत भूरिया ने सभी बच्चों को शिक्षित करने एवं समाज में व्याप्त बुराई नशाखोरी, जुआं आदि को त्यागने की अपील की तथा एक स्वस्थ समाज बनाकर राष्ट्र निर्माण में सहयोग की अपील की। इस अवसर पर आदिवासी चेतना यात्रा के प्रभारी प्रकाश रांकाए जिला पंचायत अध्यक्ष कलावती भूरिया, डा विक्रांत भूरिया की माता जी कल्पना भूरिया, पूर्व विधायक वालसिह मेडा, जिला पंचायत सदस्य रुपसिह डामोर, कमलसिंह डामोर अल्पसंख्यक मोर्चा के जिला अध्यक्ष सलेल पठान, राकेश कटारा, निलेश कटारा, जोगडिया निनामा, कालुसिंह वसुनिया, केमता भाई, डामोर रशीद कुरैशी, रमेश मोहनिया, रणसिंह खराडी, भूरसिंह गाडरिया नगर के सभी पत्रकार समेत क्षेत्र कई सरपंच पंच जन प्रतिनिधि व गणमान्य नागरीक उपस्थित थे।