बीजेपी मे अब सोशल मीडिया के जरिए शुरु हुआ ” पोस्टर वार”

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झाबुआ लाइव के लिऐ जितेंद्र राठौड की EXCLUSIVE पड़ताल ।

पोस्टर नंबर 1
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सबका साथ – सबका विकास & कांग्रेस मुक्त झाबुआ का नारा ओर सपना देख रही बीजेपी मे दावों ओर हकीकत मे अंतर देखने को मिल रहा है जिलाध्यक्ष के पदभार ग्रहण समारोह मे भी कंधे से कंधा मिलाकर काम करने की घोषणाऐ हुई लेकिन स्पष्ट है यह केवल सतही घोषणाऐ थी । जिस सोशल मीडिया के जरिए बीजेपी सत्ता मे आई उस सोशल मीडिया मे बीजेपी के देश भर मे 1 करोड 55 लाख सक्रिय कार्यकर्ताओं की फौज मौजूद है ओर झाबुआ जिला बीजेपी मे इस सोशल मीडिया के जरिए जो ” पोस्टर ” वार चल रहा है उससे निवृतमान बीजेपी जिलाध्यक्ष ” शैलेष दुबे” के समर्थक खुलकर यह संदेश दे रहे है कि उनके लिऐ पार्टी नही ” भाईसाहब यानी शैलेष जी ” महत्वपूर्ण है तभी तो उनके समर्थकों के सोशल मीडिया पोस्टरों से बीजेपी जिलाध्यक्ष ” दौलत भावसार” गायब है ओर कई जगह तो बीजेपी की नेशनल & स्टेट लीडरशिप ही गायब है । चाहे मेघनगर मंडल अध्यक्ष मुकेश मेहता समर्थकों के पोस्टर हो या झाबुआ नगर मंडल अध्यक्ष ” बबलू सकलेचा” से जुडे पोस्टर हो सभी मे ” निर्दलीय विधायक कलसिंह” को तवज्जो दी गयी है या शैलेष दुबे का प्रमुखता से फोटो लगाया गया हैScreenshot_2016-01-27-07-38-38-1

गौरतलब है कि दौलत भावसार के जिलाध्यक्ष बनने से लेकर पदभार ग्रहण समारोह तक बीजेपी की ओर से जो अधिकृत पोस्टर बनाया गया था उसमे कलसिंह भाबर का नाम ओर फोटो  गायब था , जिस पर पार्टी का अधिकृत बयान यह था कि बीजेपी मे कलसिंह भाबर नही है वे निष्कासित है क्योकि विगत विधानसभा चुनाव मे उन्होंने पार्टी के खिलाफ चुनाव लडा था । लेकिन यह भी एक तथ्य है कि शैलेष दुबे के जिलाध्यक्ष रहते कलसिंह बीजेपी विधायक की तरह माने जाते थे इतना ही नही जिलाधिकारी स्तरीय कोर कमेटी मे भी बतौर बीजेपी के नीति निर्धारकों मे शुमार थे लेकिन निजाम बदलते ही संगठन स्तर पर कलसिंह अब तकनीकी तौर पर हाशिए पर है । इस संबध मे बीजेपी जिलाध्यक्ष दौलत भावसार का कहना है कि मुझे फोटो विवाद से कोई लेना देना नही है मुझे जमीन पर काम करना है ।