डॉक्टर ने महिला कर्मचारी का किया दैहिक शोषण, एफआईआर दर्ज होने पर हुआ फरार

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झाबुआ लाइव के लिए पेटलावद से हरीश राठौड़ की रिपोर्ट-
स्वास्थ्य केंद्र रायपुरिया के तत्कालीन मेडिकल अधिकारी डॉ. थामस डामोर ने एक युवती को शादी का झांसा देकर उसके साथ एक वर्ष तक शारीरिक शोषण किया, जिसमें उसका सहयोग उसकी बहन निर्मला संजय चौहान ने दिया। युवती के गर्भ ठहर जाने पर धोखे से गर्भपात भी करवा दिया। इस मामले की शिकायत युवती द्वारा पेटलावद पुलिस थाने में की गई। महिला की रिपोर्ट पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया। गौरतलब है कि डॉ. थामस डामोर तत्कालीन मेडिकल अधिकारी स्वास्थ्य केंद्र रायपुरिया को पूर्व में व्यापमं घोटाले के अंतर्गत भी पकड़ा गया था जिसके बाद उन्हें जमानत पर छोड़ा गया था। युवती ने पुलिस रिपोर्ट में बताया कि वह भी स्वास्थ्य विभाग की कर्मचारी है। पूर्व में डॉ. थॉमस ने शादी करने के लिए प्रस्ताव भेजा था, किंतु मेरे द्वारा शादी के लिए इनकार करने के बाद, डॉ थॉमस ने बहला-फुसला कर शादी के लिए मनवाने के बाद मेरे घर पर आना जाना शुरू कर दिया और इसके द्वारा मुझे पत्नी बनाकर रखा व मेरा शारीरिक शोषण करता रहा और उसकी बहन उसका सहयोग करती रही।
डॉक्टर ने धोखे से करवाया गर्भपात-
जनवरी 2016 में युवती ने गर्भ धारण कर लिया था और इसकी जानकारी डॉ.थॉमस को दी गई तो उसका कहना था कि तुम गर्भपात करवा लो। मेरे द्वारा मना करने पर डॉ. थॉमस ने उसकी बहन के साथ गर्भपात की गोलियां भी भेजी किंतु युवती ने नहीं ली तो एक दिन युवती को डॉ. थामस के ग्राम मिंडल में एक कार्यक्रम में खाने के साथ कुछ मिलाकर खिला दिया गया, जिससे युवती को चक्कर आए व वहीं पर गर्भपात हो गया था। इस प्रकार युवती ने पुलिस थाना पेटलावद में रिपोर्ट दर्ज करवाई। युवती की रिपोर्ट पर पुलिस ने डॉ थॉमस डामोर और उसकी बहन के खिलाफ धारा 366, 376, 506 और 34 के तहत प्रकरण दर्ज किया गया। पुलिस के अनुसार मामला दर्ज कर महिला के बयान भी ले लिए गए है। आरोपियों की तलाश पुलिस द्वारा की जा रही है। पुलिस द्वारा प्रकरण दर्ज तो किया गया, किन्तु गर्भपात के मामले में किसी प्रकार की कोई धारा नहीं लगाई गई। इस संबंध में पुलिस प्रशासन का कहना है कि जांच चल रही है, आगे और भी धाराएं बढ़ाई जा सकती है।