डेंगू से हुई झाबुआ जिले में पहली मौत, बीएएमएस डॉक्टर हुआ डेंगू का शिकार

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झाबुआ लाइव के लिए रायपुरिया से लवेश स्वर्णकार की रिपोर्ट-
dengue-fever-s5-contractedप्रशासनिक की लापरवाही ने आखिरकार डेंगू ने झाबुआ जिले में पहली बलि ले ली। रायपुरिया क्षेत्र के मोहनकोट गांव में प्रैक्टिस करने वाले निजी चिकित्सक बीएएमएस डॉ.शैलेंद्र बघेल की डेंगू के चलते गुजरात के बड़़ौदा के स्टारलिंक हॉस्पिटल में उपचार के दौरान मौत हो गई। बताया जाता है कि शैलेंद्र बीते एक पखवाड़े से बीमार होकर बड़ौदा के अलग-अलग अस्पतालों में इलाज करवा रहा था उसे पहले पीलिया हुआ और कुछ दिनों पहले डेंगू की पुष्टि हुई। डेंगू के उपचार के दौरान ही उसकी मौत हो गई। गौरतलब है कि रायपुरिया व उसके आसपास के इलाके में बीते एक महीने से डेंगू के दर्जनों लोग शिकार हो चुके हैं तथा गुजरात में इलाज करवाने के मजबूर हैं लेकिन रायपुरिया व उसके आसपास के इलाके में डेंगू की रोकथाम के लिए प्रशासन ने कोई ठोस इंतजाम नहीं किए हैं। लगता है प्रशासन को इलाके में कुछ ओर मौतों का इंतजार हैं। गौरतलब है कि मृतक शैलेंद्र बघेल के पिता डॉ.रामनरेश बघेल भी इलाके के लोकप्रिय चिकित्सक हैं तथा शैलेंद्र बघेल भी पिछले साल ही अपनी पढ़ाई पूरी कर और डिग्री लेकर लौटे थे और मोहनकोट में प्रैक्टिस शुरू की है।