ईद मिलादुन्नबी पर निकला जलसा

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5 झाबुआ लाइव के लिए थान्दला से रितेश गुप्ता की रिपोर्ट- अहले सुन्नत वल जमआत द्वारा पैगम्बर ए इस्लाम हजरत मुहम्मद मुस्तफा सल्लाल्लाहो अलैह व सल्लम की योमे किलादत का जलसा गोसिया जामा मस्जिद से सुबह 9 बजे निकाला गया। जलसे मे वाहनों पर धार्मिक झंडे लगाए हुए युवा, अश्व पर सवार समाज के वरिष्ठ जन चल रहे थे। कई युवा नाते पढ़ते चल रहे थे। इस अवसर पर बच्चों मे विशेष उत्साह देखा गया। जलसा गांधी चोक, कुम्हार वाडा चोराहा, दिपमालीका तिराहा, आजाद चोक, जवाहर मार्ग, मठवाला कुआं चोराहा, गवली मोहल्ला, बोहरा गली, सरदार पटेल मार्ग होता हुआ पुनः गोसिया जामा मस्जिद पहंुचा। गवली मोहल्ले हनीफ भाई छीपा द्वारा तबरुक का वितरण किया गया। जलसे मे समाज के सदर कदरुद्दीन शेख, मुहम्मद ताहीर खान, मुश्ताक बाबुजी, नासिर खान, हाजी समी उल्लाह खान, आरिफ खान, शाहिद खान, मेहरजमान खान, आबीद बैग, मोहम्मद कादरी, अब्दुलहक खान, जावेद खान, अशफक खान, जमिल खान सहीत बडी सख्या मे समाजजन उपस्थित रहे। मस्जिद मे समाजजनों द्वारा एकत्रित होकर अमन चैन व खुशहाली की दुआएं मांगी गई। अवसर पर समाजजनो को हिदायत देते हुए मोलाना इस्माईल बरकाती साहब ने कहा हुजुर ऐसे दोर मे आय जब कबीले वाले बात बात पर आपस मे लड़ते रहते थे । हुजूर ने आकर कबीले वालो को प्यार का पैगाम सुनाया कि इनसान शब्द का अर्थ प्यार है इनसान आपस मे नफरत करने के लिए नही मुहब्बत करने के लिये बना है। अगर नफरत ही करनी है तो बुराई से करे एवं लड़ना है तो बुराई से लड़ो। इसके बाद फातेहा के बाद तबररूक तकसीम किया गया। गोसिया मस्जिद मे मूहे मुबारक की जियारत करवाई गई ईद मिलादुन्नबी के अवसर पर मस्जिद एवं नगर के मुस्लिम मोहल्लों मे आकर्षक विद्युत सज्जा की गइ। मदरसों मे प्रतियोगिताएं आयोजित कर बच्चों को पुरस्कृत किया गया।