अपनी ही पार्टी की उलझनों मे बीता मंत्री जी का झाबुआ का दोरा

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झाबुआ लाइव स्पेशल रिपोर्ट ॥ जिले के प्रभारी मंत्री अंतरसिह आय॔ लगभग ढाई दिनों तक झाबुआ जिले मे रुके ओर इस दोरान उनको एक सरकारी बैठक की ओर एक मूर्ति अनावरण समारोह मे भाग लिया । लेकिन पहली बार मंत्रीजी का दोरा काफी लंबा था लेकिन इस दोरे मे मंत्रीजी को पहली बार संभवतः अपनी पार्टी भाजपा की आपसी गुटबाजी ओर खींचतान को देखने का मोका मिला । भाजपा प्रभारी मंत्री के इस दोरे मे दो धडे मे शक्ति प्रदर्शन करते नजर आई । पहला धडा भाजपा जिला अध्यक्ष शैलेष दुबे का था वही दूसरा गोरसिंह वसुनिया के नेतृत्व मे दूसरे धडे का था । संभवतः दोनो ने मंत्री के सामने अपना अपना पक्ष रखा ।

यह थी गोरसिंह खेमे की शिकायत

भाजपा के एक धडे का नेतृत्व गोरसिंह वसुनिया कर रहे है इस धडे के बैनर तले पहली बार वह सभी नेता शामिल होते दिखाई दिऐ जिन्हें जिला भाजपा संगठन की ओर से महत्व नही मिला था । इस खेमे की शिकायत थी कि कलसिंह भाबर ने भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी गोरसिंह के खिलाफ चुनाव लडा ओर प्रदेश ने कलसिंह को 6 साल के लिऐ निकाल दिया उसके बावजूद भी जिला भाजपा इकाई गोरसिंह ओर उनके लिऐ चुनाव मे जुटने वाले भाजपा के कटिबद्ध नेताओ से दुश्मन की तरह व्यवहार कर रही है ओर भाजपा का नुकसान करने वाले निर्दलीय विधायक कलसिंह को भाजपा की कोर ग्रुप की बैठक मे शामिल किया जाता है । यह गलत है ओर यह नही होना चाहिए साथ ही गोरसिंह लाबी ने यह शिकायत भी की कि पार्टी के महत्वपूर्ण मंचों पर वांछित पदाधिकारियों के बजाय समर्थको को बुलाया जाता है ।

शैलेष दुबे लाबी ने भी रखा अपना पक्ष

सुत्र बताते है कि भाजपा जिला अध्यक्ष शैलेष दुबे लाबी की ओर से भी प्रभारी मंत्री के समक्ष अपना पक्ष रखा गया जिसके तहत बताया गया कि पार्टी का एक धडा उन्हें जबरन बदनाम करने की रणनीति पर काम कर रहा है ओर उनकी ओर से किसी के साथ पक्षपात नही किया जाता । निर्दलीय विधायक को कोर ग्रुप की बैठकों मे शामिल करने को भी दुबे लाबी ने यह कहते हुऐ जायज ठहराया कि प्रदेश संगठन भी कलसिंह भाबर को अपना मान चुका है ।

क्यो हुआ प्रभारी मंत्री के समक्ष शक्ति प्रदश॔न

प्रभारी मंत्री अंतरसिह आय॔ के समक्ष पहली बात बडी संख्या मे भाजपाईयो ने मोजूदा संगठन के खिलाफ ताकत दिखाने की कोशिश की । दरअसल इसके पीछे कारण यह है कि प्रभारी मंत्री के समक्ष फीडबैक पहुँचाना चाहते थे क्योकि भाजपा संगठन मे प्रभारी मंत्री की राय का अपना महत्व होता है साथ ही साथ अगले मई-जून माह मे भाजपा जिला संगठन के चुनाव भी प्रस्तावित है ।

अब मंत्री जी क्या करेंगे

अब उम्मीद है मंत्री जी ने जो भी दोरे के दोरान संगठन स्तर पर गडबडीया समझी होगी उसे वह संगठन मंत्री ओर प्रदेश भाजपा को अवगत करवाएगें ओर उसके बाद प्रदेश भाजपा को अंदरूनी फैसला करना है राजधानी भोपाल के सुत्र बताते है कि प्रदेश भाजपा ने ही प्रभारी मंत्री को यह कहा था कि इस बार अधिक समय बिताकर सभी को सुने ओर सभी को संतुष्ट करे । IMG-20150415-WA0297IMG-20150415-WA0287