नानपुर में डेंगू के मरीज करवा रहे बड़ौदा में इलाज, स्वास्थ्य विभाग के पास नहीं है दवाइयां

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अलीराजपुर लाइव के लिए नानपुर से जितेंद्र वाणी (राज) की रिपोर्ट-
स्थानीय हुसैनी कॉलोनी व जबरन कॉलोनी के रहने वाले पांच बाशिंदे डेंगू की चपेट में आ गए। इसका इलाज वे गुजरात के बड़ौदा व बोडली में करवा रहे हैं, जबकि स्थानीय स्वास्थ्य विभाग के पास दवाइयां तक नहीं है। मेहजबीन मेहबूब खान, लालू आसिफ खान, फिजा जाबिर खान, पिंकी फिरोज खान व इसराज कालू खान को बुखार आया तो इसका इलाज स्थानीय स्वास्थ्य विभाग में करवाया लेकिन जब कोई फायदा नहीं हुआ तो वे यह देख गुजरात के बड़ौदा व बोडली के निजी चिकित्सालयों में गए वहां पर जांच में सभी को डेंगू होना पाया गया। गुजरात में इलाज करवा रहे सभी लोगों को प्रतिदिन 13-13 हजार रुपए के इंजेक्शन लग रहे हैं इसमें मेहजबीन व इसराज के अस्पताल से इलाज के बाद छुट्टी हो चुकी है वे घर आ गए हैं, लेकिन बाकी का इलाज जारी है। अब स्थानीय चिकित्सालय में इलाज की कोई सुविधा नहीं होने पर संपन्न लोग तो गुजरात या अन्य स्थानों पर जाकर इलाज करवा लेते हैं लेकिन आर्थिक रूप से कमजोर तबके के लोग बंगाली या झोलाछाप डॉक्टरों की चपेट में आ रहे हैं वे उनके इलाज करने में कम और आर्थिक रूप से कमजोर करने में लगे हुए हैं। बंगाली डॉक्टर ग्रामीणों से इलाज के नाम पर मोटी कमाई करने में मशगुल है और प्रशासन है कि इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। गौरतलब है कि नानपुर पंचायत अलीराजपुर में सबसे बड़ी पंचायत हैं और इस तरह स्वास्थ्य विभाग का उदासीन रवैये से डेंगू मरीजों की संख्या में अब लगातार इजाफा हो रहा है। गांव में डीडीटी का छिड़काव तक नहीं किया।