गांधी जी का नारा ” करो या मरो” के मुताबिक लडेंगे भूरिया ओर शिवराजसिंह

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झाबुआ / अलीराजपुर Political डेस्क ।

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आगामी 21 नवंबर को होने जा रहा लोकसभा उपचुनाव महात्मा गांधी के ” भारत छोडो आंदोलन ” 1942 के नारे ” करो या मरो” पर आधारित होने जा रहा है कांग्रेस दिग्गज ” कांतिलाल भूरिया ” ओर भाजपा के बीच यह मुकाबला है निर्मला भूरिया भले ही भाजपा का चेहरा हो लेकिन प्रतिष्ठा तो शिवराजसिंह चौहान की दांव पर है इसलिए दोनो पार्टीया करो या मरो के सिद्दांत पर काम करेगी ।

कांतिलाल भूरिया के लिऐ इसलिए जीतना जरुरी 

रतलाम लोकसभा उपचुनाव कांग्रेस से ज्यादा ” कांतिलाल भूरिया ” के लिऐ जीतना ज्यादा जरुरी है क्योकि इस चुनाव मे अगर वह हारते है तो लगातार उनकी दूसरी हार होगी जो ना सिर्फ उनका बल्कि उनके कार्यकर्ताओं का भी मनोबल तोडने वाली होगी साथ ही पार्टी मे मौजूद भूरिया विरोधी हमलावर होगें । साथ ही मोरडूंडिया के इस भूरिया परिवार का राजनीतिक रसूख की दशा ओर दिशा भी यह उपचुनाव तय करेगा । भूरिया अगर यह चुनाव जीतते है तो 10 जनपथ मे उनका कद बढेगा ओर आदिवासी इलाके मे भूरिया का रसूख भी बढेगा ।

शिवराज के लिऐ उपचुनाव के मायने 

यह उपचुनाव कहने को तो भाजपा से निर्मला भूरिया लड रही है मगर हकीकत यह है कि प्रतिष्ठा यहां ” शिवराजसिंह चौहान “की दांव पर है क्योकि किसी भी राज्य के सीएम के कामकाज पर जनता की राय या उस राज्य मे सीएम ओर उसकी पार्टी के तिलिस्म का पैमाना भी उपचुनाव माना जाता है व्यापमं मामले मे सीपीआई जांच घोषित होने के बाद यह पहला उपचुनाव है ओर अगर इसमे शिवराजसिंह जीते तो उनको मजबूती मिलेगी लेकिन अगर हार गये तो पार्टी के भीतर ओर बाहर से उनके विरोधी उनके इस्तीफे की मांग कर सकते है । खुद शिवराज को इसका एहसास है ओर इसलिए चुनाव एलान से पहले वे 15 से ज्यादा रैलीया सरकारी आयोजनो के नाम पर कर चुके है पेटलावद ब्लास्ट के गुस्से को शांत करने के लिए लोगो की सडक पर बैठकर खरी खोटी सुन चुके है ।

मुद्दे ही मुद्दे इस उपचुनाव मे मौजूद 

यह पहला ऐसा चुनाव होगा जो हाइटेक होगा । सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा लडा जायेगा ओर मुद्दे इतने है कि दोनो पार्टी उठाते उठाते थक जायेगी क्योकि समय केवल 16 दिन ही प्रचार का रहेगा । 4 से लेकर 19 तक प्रचार चलेगा । मनरेगा , पलायन , सरपंच – पंचो – सचिवों का पावरलेस होना , पेटलावद ब्लास्ट , आदि मुद्दे जोर पकडेगे । बताया जा रहा है कि शिवराज की पूरी कैबिनेट यहा लगेगी ओर संगठन के दर्जनो शिल्पी इस काम मे भाजपा लगायेगी । शिवराज यहां 8 विधानसभा मे 20 से ज्यादा रैलीया करेंगे ।