साध्वी निखिलशीलाजी के सानिध्य में सोमवार को मनाया जाएगा पक्खी पर्व

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रितेश गुप्ता, थांदला
आचार्य उमेशमुनिजी के शिष्य प्रवर्तक जिनेन्द्रमुनिजी की आज्ञानुवर्तिनी साध्वी निखिलशीलाजी, दिव्यशीलाजी, प्रियशीलाजी, दीप्तिजी ठाणा-4 स्थानीय पौषध भवन पर विराजित है। आपके सानिध्य में यहां प्रतिदिन प्रात: राई प्रतिक्रमण, प्रात: प्रार्थना, व्याख्यान, दोपहर में ज्ञान चर्चा, शाम को देवसी प्रतिक्रमण आदि विविध धार्मिक आराधनाएं हो रही है जिसमें बड़ी संख्या में श्रावक-श्राविकाएं उत्साहपूर्वक भाग ले रहे है। साध्वी मंडल के सानिध्य मे सोमवार को पक्खी पर्व जप-तप-त्याग-तपस्या और विविध धार्मिक आराधनाओं के साथ मनाया जाएगा। श्रीसंघ के अध्यक्ष जितेन्द्र घोड़ावत और सचिव प्रदीप गादिया ने बताया कि साध्वी निखिलषीलाजी और साध्वी मंडल के नियमित हो रहे व्याख्यान प्रात: 9 से 10 बजे तक स्थानीय पौषध भवन पर होगे। पक्खी पर्व के प्रसंग पर बड़ी संख्या श्रावक-श्राविकाएं सामूहिक उपवास तप की तपस्या करेगे। वही कई तपाराधक आयम्बिल, नीवीं, एकासन, बियासन आदि विविध तपाराधना करेगे। पौषध, दसवां पौषध और संवर की आराधना भी होगी। दोपहर को नवकार महामंत्र के जाप पौषध भवन पर होगे। शाम को 6.25 बजे से पक्खी प्रतिक्रमण प्रारंभ होगा। श्रावक वर्ग का प्रतिक्रमण दौलत भवन पर और श्राविका वर्ग का प्रतिक्रमण पौषध भवन पर होगा। प्रतिक्रमण में बड़ी संख्या मे श्रावक-श्राविकाएं भाग लेगे।
मंगलवार को होगे सामूहिक पारणे
पक्खी पर्व के प्रसंग पर होने वाले सामूहिक उपवास आदि समस्त तपाराधना करने वाले तपस्वियों के सामूहिक पारणे मंगलवार को स्थानीय महावीर भवन पर होगे। पारणे करवाने का लाभ शांता बहन नाकू सेठ तलेरा परिवार ने लिया है। पारणे के पूर्व नवकार महामंत्र के सामूहिक जाप स्थानीय पौषध भवन पर होगे।
प्रत्याख्यान ग्रहण किए
श्रीसंघ के कोषाध्यक्ष प्रकाश एम. शाहजी और ललित जैन नवयुवक मंडल के अध्यक्ष ललित भंसाली ने बताया कि साध्वी निखिलशीलाजी व साध्वी मण्डल के पावन सानिध्य में यहां तपस्या का दौर चल रहा है। शनिवार को धर्मसभा में निलेष बरमेचा ने 17 उपवास, पंकज श्रीमाल ने 15 उपवास, लक्ष्मी गादिया ने 7 उपवास और भव्यांश व्होरा ने 4 उपवास के प्रत्याख्यान ग्रहण किए। वही कई श्रावक-श्राविकाओं ने उपवास, आयम्बिल, नीवीं, एकासन, बियासन आदि विविध तप के प्रत्याख्यान ग्रहण किए। यहां पर कई आराधक वर्षीतप की आराधना भी कर रहे है। संचालन श्रीसंघ प्रदीप गादिया ने किया। साध्वी मंडल के दर्शनार्थ प्रतिदिन विभिन्न स्थानों के श्रावक-श्राविकाएं यहां पधार रहे है।