पयुर्षण महापर्व पर 90 आराधकों ने तेला तीन तपस्या की

- Advertisement -

रितेश गुप्ता, थांदला
आचार्य उमेशमुनिजी के शिष्य प्रवर्तक जिनेन्द्रमुनिजी की आज्ञानुवर्तिनी साध्वी निखिलशीलाजी, दिव्यशीलाजी, प्रियशीलाजी, दीप्तिजी ठाणा-4 स्थानीय पौषध भवन पर विराजित है। साध्वी मण्डल के सानिध्य में यहां पयुर्षण महापर्व की आराधना अत्यंत उल्लास और विभिन्न जप-तप औार धार्मिक आराधनाओं के साथ की जा रही है। जिसमें बड़ी संख्या में श्रावक, श्राविकाएं और बच्चे उत्साहपूर्वक भाग ले रहे है। पयुर्षण महापर्व के तीसरे दिन साध्वी निखिलशीलाजी ने धर्मसभा को संबोधित किया व साध्वी प्रियशीलाजी ने अन्तगडदसा सूत्र का वाचन किया। सभा में श्वेताम्बर मूर्तिपूजक जैन श्रीसंघ के सिद्धितप तपाराधक विमल पीचा, हंसा पीचा, रेखा पीचा, श्रीकांता लुणावत, पूर्णिमा पोरवाल, इतिक पोरवाल, खुशी लुक्कड़, दीपाली मोदी, नीता लोढ़ा, पूजा श्रीमाल और नेहा मोदी का वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ की ओर से अध्यक्ष जितेन्द्र घोड़ावत और कोषाध्यक्ष प्रकाश एम. शाहजी व धर्मलता जैन महिला मण्डल की अध्यक्ष पुखराज सुरश व्होरा, कोषाध्यक्ष इन्दु नरेन्द्र कांकरिया और समस्त पूर्व अध्यक्ष ने शाल ओढ़ाकर, माला पहनाकर बहुमान किया। इस दौरान पूरा भवन तपस्वी की जयकारों से गुंज उठा। अध्यक्ष जितेन्द्र घोड़ावत ने तपस्वियों के अनुमोदनार्थ संघ की ओर से तपाराधकों को धन्यवाद दिया। तपस्वियों का तेरापंथ सभा और कई परिवारों द्वारा भी बहुमान किया गया। शनिवार को धर्मसभा में खुशबू प्रवीण पालरेचा ने 30 उपवास और प्रांजल जिनेन्द्र लोढ़ा ने चार उपवास और अन्य श्रावक-श्राविकाओं ने विविध तप के प्रत्याख्यान ग्रहण किए।
सामूहिक तेले तप की तपस्या
पयुर्षण महापर्व के पावन प्रसंग पर 90 से अधिक तपाराधकों ने तेला तीन उपवास की तपस्या की। उल्लेखनीय है कि प्रतिवर्ष पयुर्षण महापर्व पर बड़ी संख्या में श्रावक-श्राविकाएं सामूहिक तेले तप की तपस्या करते है। बच्चों में ईषित प्रदीप गादिया, मनन संजय चौधरी, प्रिन्सी प्रदीप शाहजी, नव्या मनीष शाहजी, तनिषा कमल छाजेड़, ईषिता प्रदीप गादिया आदि ने भी तेले तप की तपस्या की। प्रभावना का लाभ श्रीसंघ के पूर्व अध्यक्ष प्रकाशचंन्द्र कमलाकांतजी घोड़ावत परिवार ने लिया। संचालन श्रीसंघ के सचिव प्रदीप गादिया ने किया। पयुर्षण महापर्व पर तेला तीन उपवास व अन्य समस्त तपाराधकों के सामूहिक पारणे रविवार को महावीर भवन पर हुए। पारणे करवाने का लाभ तपस्वी कनकमल घोड़ावत परिवार ने लिया है। साध्वी निखिलशीलाजी व साध्वी मण्डल के सानिध्य में यहां तपस्याओं का दौर जारी है। खुशबू पालरेचा की 31 उपवास मासक्षमण की कठोर तपस्या रविवार को पूर्ण हो रही है। तपस्या पूर्ण होन पर सोमवार को तपस्वी खुशबू पालरेचा की गांधी चैक स्थित निवास स्थान से प्रात: 8 बजे शोभायात्रा निकलेगी। शोभायात्रा नगर के प्रमुख मार्गो से होती हुई पौषध भवन पर पहुंचकर बहुमान समारोह में परिवर्तित होगी। जहां तपस्वी का बहुमान किया जाएगा।