नल-जल योजना में लाखों खर्च के बावजूद भी जल समस्या से त्रस्त ग्रामीण

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हरीश पंचाल, परवलिया

सरकारी ट्यूबवेल निजी जमीन में लग जाने से परवलिया में पानी की हुई किल्लत सरकारी ट्यूबवेल निजी जमीन मे लग जाने से अब जमीन मालिक अपना हक जताते हुए उसे नल जल योजना के अन्तर्गत कुएं में पानी नहीं डालते हुए स्वयं निजी उपयोग कर रहा है। इस वजह इस ट्यूबवेल का निजीकरण कर लिया गया है। ग्राम पंचायत व जिस विभाग के माध्यम से हुए यह ट्यूबवेल हुआ है उसकी बड़ी लापरवाही सामने आ रही है। निजी लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए सरकारी ट्यूबवेल निजी उपयोग में दे दिया गया है। अगर सभी ट्यूबवेल का पानी नल-जल योजना के कुएं में डाला जाए तो पानी की किल्लत न होकर 2 से 3 दिन में ग्रावासियों को पर्याप्त पानी मिल सकेगा, लेकिन ग्राम पंचायत का इस ओर कोइ ध्यान नहीं है। वही पानी की समस्या देखते हुए विभाग द्वारा एक ओर ट्यूबवेल स्वीकृत है, लेकिन जो सरकारी कुएं के पास लगाने का तय किया है, लेकिन गाव के कांग्रेस नेता चेनसिंह मुणिया का कहना है कि गांव में अगर निजी बोरिंग का पानी प्रतिदिन सरकारी कुएं में पानी डाला जाए तो गांव मे पानी की कोइ समस्या नहीं होगी ओर कुछ फ़लियो मे जहा पानी की दिक्कत हे वहा यह बोरिंग करवाया जाए। वर्तमान मे नल जल योजना के नाम से 1 लाख से अधिक का व्यय पंचायत ने किया है। इसके पहले भी लाखों रुपए का भुगतान नल जल योजना के नाम से किया जा चुका है। बावजूद इसके पानी की समस्या हल होने का नाम नहीं ले रही है। दो चार दिनों में कहीं पाइप लिकेज हो जाता है तो कहीं मोटर खराब हो जाती है। तो दूसरी ओर लाखों रुपए नई मोटर, नई केबल के लिए खर्च किए जा रहे हैं तो फिर समस्या क्यों इस ओर विपक्ष में बैठे कांग्रेस के नेताओ ने भी आपत्ति जताई है।

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