हारे के सहारे आजा, तेरा दास पुकारे आजा – भजनो पर मध्य रात्री तक लगा रहा श्रद्धालुओ का तांता

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रितेश गुप्ता, थांदला
निस्वार्थ श्याम प्रेमी परिवार थांदला द्वारा स्थानिय नया पुरा पुराना हाट बाजार में ऐतिहासिक खाटु श्याम भजन संध्या का आयोजन किया गया। पुष्प- गुब्बारों व रंग बिरंगी विद्युत सज्जा के साथ खाटु श्याम का दरबार सजाया गया। श्रावण मास होने के कारण मंच पर भगान श्रीकृष्ण का झूला भी सजाया गया। संत नगरी कहलाने वाले थांदला नगर के इतिहास में पहली बार खाटू श्याम की भजन संध्या का आयोजन हुआ। नि:स्वार्थ श्याम सेवा परिवार ने खाटू श्याम भजन संध्या का आयोजन करवाया। इस भजन संध्या से संत नगरी माने जाने वाले थांदला नगर के इस मुकुट में एक सितारा और लग गया। भजन संध्या में हजारों की संख्या में जुटे भक्तों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाकर खाटू श्याम बाबा के प्रति अपनी प्रगाढ़ आस्था का प्रकट किया। भजन संध्या में देर रात तक श्रद्धालुओं द्वारा भजनों का आंनद लिया गया। भजन गायक बंटी सोनी के भजनों पर उपस्थीत श्रद्धालु जमकर थिरके और भजनों का रंग इस कदर जमा रहा कि मध्यरात्री तक भी पांडाल खचाखच भरा रहा। भजन संध्या का शुभारंभ श्रीगणेश की महाआरती साथ एवं समापन खाटु श्याम एवं हनुमान महाराज की महाआरती के साथ हुआ। अवसर पर खाटु श्याम को छप्पन भोग लगाया गया। साथ ही बाबा का अतिप्रिय माना जाने वाला चूरमा भी बनाया गया, चूरमे की खास बात यह रही कि इसे कई भक्त अपने घरों से बनवाकर लाए थे। खाटु श्याम का प्रतिक माने जाने वाली ज्योत में हजारों की सख्ंया में उपस्थितिों ने क्रमवार आकर आहूति दी। भजन संध्या में शामिल होने के लिए बदनावर, झाबुआ, मेघनगर, जोबट, पेटलावद, अलीराजपुर, खंडवा, राणापुर के अलावा समीपस्थ राज्य गुजरात और राजस्थान से भी भक्तगण पहुंचे। नगर में 3 बजे से ही भक्तों के आने का क्रम शुरू हो चुका था। आयोजन स्थल नयापुरा हाटबाजार में महिला और पुरूष भक्तों के बैठने की अलग-अलग व्यवस्था की गई थी। भजन संध्या की शुरूआत करते हुए मक्सी के भजन गायक श्याम प्रेमी बंटी सोनी ने बाबा खाटू श्याम का परिचय देते हुए श्रद्धालुओं को बताया कि खाटू श्याम भीम के पोते घटोत्कच के पुत्र 3 बाणधारी बर्बरी खाटू श्याम है। उनके समान योठ्ठा श्रीकृष्ण और अर्जुन ही थे। इसलिए वे पूजे जाते है। उन्होने युद्ध के दौरान भगवान श्रीकृष्ण और अपनी मां को दिए वचन के कारण अपना शिश दान कर दिया था। श्याम प्रेमी भजन गायक बंटी सोनी द्वारा गाये गये प्रत्येक भजनों पर श्रद्धालुओं नाच कर व झुमकर आनंद लिया। उनके भजन हारे के सहारे आजाए तेरा दास पुकारें आजा…., हम तो खड़े तेरे द्वार सून करूण पुकार, ए मेरी पलकों का घर तैयार सांवरे, मेरी अखियां करे इंतजार सांवरे, आएगा आएगा आएगा। लीलचढ़ सांवरा आएगा-लाएगा लाएगा लाएगा खुशियां हजारों संग लगाएगा भजनों ने श्रद्धालुओं का मनमोह लिया। भजन संध्या के दौरान श्रद्धालुओं द्वारा रंगो से होली भी खेली गई। समापन पर असख्ंय दीपों से उतारी गई महाआरती का दृश्य मनमोहक व दर्शनीय था।