EXCLUSIVE: पेटलावदवासियो के लिए अच्छी खबर, अब जल्द ऐसे मिलेगा माही का पानी…

- Advertisement -

सलमान शैख़| पेटलावद
भीषण जलसंकट से जूझ रहे 20 हजार आबादी वाले पेटलावदवासियो के लिए यह खबर राहतभरी है। पिछले कई वर्षो से माही के पानी का इंतजार कर रहे पेटलावद के निवासियो को माही बांध का पानी मिलने की उम्मीद बंधी है। अब मई-जुन की भीषण गर्मी में शहरवासियो को पानी के लिए नही तरसना पड़ेगा। नपं ने पानी की समस्या से निपटने के लिए कमर कस ली है। जलसंकट के चलते लोगो को जो मशक्कत रात-दिन करना पड़ी अब वह मशक्कत नही करना पड़ेगी।
दरअसल, नपं ने जलसंकट से निपटने के लिए ठिकरिया तालाब का पानी चोर बोराली तालाब में डालकर इस समस्या को कुछ हद तक कम किया है। जिसके चलते आगामी 1 माह तक लोगो को भरपूर पानी मिल सकेगा, लेकिन नपं अधिकारी-कर्मचारी यहां तक ही नही रूके। 1 माह बाद फिर जलसंकट से नगरवासियो को न जूझना पड़े, इसके लिए माही कैनाल का पानी पेटलावदवासियो तक पहुंचाने की योजना बनाई। जिसकी हरी झंडी भी नगर प्रशासन को माही परियोजना विभाग से मिल चुकी है।
*ऐसे आएगा माही का पानी-*
सीएमओ रूपकिशोर कुलश्रेष्ठ व उपयंत्री राकेश बैनल ने बताया हमारे द्वारा नगरवासियो में पानी के लिए बढ़ती परेशानी को देखते हुए हर संभव प्रयास किए जा रहे है। हाल ही में हमने ठिकरिया तालाब का पानी लाकर नगर में जलापूर्ति की है। अब इसके बाद हमने 1 माह बाद की तैयारी भी शुरू कर दी है, कि 1 माह बीतने के बाद नगरवासियो को कहां से पानी दिया जाए। इसके लिए माही बांध से निकली ओपन कैनाल के माध्यम से करीब 28 किमी दूर से यह पानी लाया जाएगा और नाकातालाब में पानी डाला जाएगा। इसके लिए हमने माहीं बांध में 75 एसपी का मोटर पंप डाल दिया है। अगर सबकुछ सही रहा और नाकातालाब मे पानी आ गया तो फिर इस तालाब का पानी डायरेक्ट फिल्टर प्लांट में डालकर नगर की जलापूर्ति की जाएगी और नगरवासियो को जलसंकट की समस्या से नही जूझना पड़ेगा। वहीं अगर पानी का प्रेशर अच्छा रहा तो पानी को चोर-बोराली तालाब में भी डालने का प्रयास किया जाएगा, लेकिन अभी हमारी सबसे पहली प्राथमिकता यह है कि पानी नाकातालाब तक आ जाए। इसके बाद यहां से पानी पेटलावद लाने में आसानी हो जाएगी।
*वर्षो पुरानी मांग है माही की-*
माही बांध से पेटलावद पानी लाने की माग वर्षो पुरानी है। अभी तक हुए हर प्रकार के चुनाव में इस मुद्दे को विभिन्न दल के राजनीतिज्ञो ने भुनाया है, लेकिन राजनीति के चलते पेटलावदवासियो को माही का पानी नही मिल पाया। हाल ही में जो योजना नहर से माही के पानी लाने की बनी थी, उसका शुभारंभ भी हो गया, लेकिन एक बार पानी नहर में छोडऩे के बाद दूसरी बार पानी ही नही आया, जिसके कारण चोर बोराली तालाब सूख गया और नगर जलसंकट के मुहाने पर आ गया। कुलमिलकार बात यहीं पर आकर टिक गई कि अगर इस योजना के बीच में राजनीति नही आती तो शायद पेटलावदवासियो को आज जो दिन देखना पड़ रहे है वह दिन नही देखने पड़ते।
*अभी यह हो रहा है शहर की जलापूर्ति के लिए-*
नपं टीम द्वारा दिन-रात एक करकर शहर की जलापूर्ति की जा रही है। जिसमें जिन वार्डो में टंकी है उन्हें टैंकरो के माध्यम से भरा जा रहा है। वहीं नलो में भी दो दिन छोडक़र पानी दिया जा रहा है। इसी के साथ जिन वार्डो में पानी की समस्या ज्यादा है वहां टैंकर पहुंचाकर पानी उपलब्ध कराया जा रहा है। भले ही नगरवासी नपं अधिकारी-कर्मचारियो को कितना ही क्यो न कोसे, लेकिन आज उन्ही की बदौलत शहर में जलसंकट की समस्या धीरे-धीरे खत्म हो रही है, जो तारीफे काबील है।