सेवानिवृत्त होने पर शिक्षक भाबर को भेंट किए प्रतीक चिन्ह-अभिनंदन पत्र

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झाबुआ लाइव के लिए पेटलावद से हरीश राठौड़ की रिपोर्ट-
शिक्षकीय सेवा काल को बेदाग पूर्ण करना और एक ही स्थान पर 37 साल की सेवा में से 23 साल निकालना बड़े ही गर्व की बात है. जिससे शिक्षक की महत्ता उजागर होती है। इसके लिए साधुवाद देते हुए हम भाबर के उज्जवल भविष्य की कामना करते है। उक्त बात बीईओ संजय हुक्कु ने रूपगढ़ के शिक्षक कोदरसिंह भाबर के सेवानिवृत्ति पर बिदाई समारोह में कही। इस मौके पर विशिष्ठ अतिथि संकुल प्राचार्य पीटर रेबेलो ने कहा कि भाबर सर का सरल स्वभाव और शालीनता से हर कोई प्रभावित रहता था। इनके पढ़ाए हुए बच्चे आज उच्च पदों पर पदस्थ है। यह एक शिक्षक के लिए सर्वोच्च पुरस्कार होता है। इस मौके पर बीआरसी राजेश पाटीदार, विद्यालय प्रधान पाठक वरदीचंद्र मेहसन और पूर्व प्रधान पाठक मूलचंद्र काग ने भी संबोधित किया. सेवानिवृत्त शिक्षक कोदर सिंह भाबर ने सभी का आभार माना।प्रारंभ में स्वागत गीत सुधा काग, निलेश सामवेदी, चंदा वास्केल, पुष्पा चौहान ने प्रस्तुत किया। इसके साथ ही समस्त स्टाफ ने मिलकर सेवानिवृत्त शिक्षक कोदरसिंह भाबर को शॉल-श्रीफल, प्रतीक चिन्ह और अभिनंदन पत्र भेंट कर सम्मानित किया। अभिनंदन पत्र का वाचन शिक्षक धर्मेद्र द्विवेदी ने किया। कार्यक्रम का संचालन यश रामावत ने किया.