प्रदेश सरकार शिक्षक जगत के साथ भेदभाव न करे: कलावती भूरिया

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झाबुआ। प्रदेश में अतिथि शिक्षकों को तत्काल राज्य सरकार द्वारा संविदा शिक्षक बनाया जाना चाहिए। अतिथि शिक्षक भी अन्य शिक्षकों के बराबर कार्य कर रहे है। हडताली अतिथि शिक्षकों का समर्थन करते हुए जिला पंचायत एवं जिला कांग्रेस कार्यवाहक अध्यक्ष सुश्री कलावती भूरिया ने उन्हें तत्काल संविदा षिक्षक बनाए जाने की मांग की है। भूरिया ने राज्य सरकार से मांग करते हुए कहा है कि अन्य राज्यों कि में अतिथि शिक्षकों को संविदा शिक्षक का दर्जा दिया गया है। वे भी अन्य शिक्षकों एवं अध्यापकों की तरह ही अपनी सेवाएं ग्रामीण क्षेत्रों में देते है, फिर मप्र में उनके साथ इस तरह का भेदभाव क्यों किया जा रहा है ? कई अतिथि शिक्षक तो 5- 5 वर्ष से अपनी सेवा दे रहे है। उनके अनुभव एवं योग्यता को देखते हुए उन्हे तत्काल संविदा शिक्षक के पद पर नियुक्ति देने सबंधी कार्रवाई षासन को की जाना चाहिए।
इन्होंने भी की सरकार से मांग
अतिथि शिक्षकों की मांग का समर्थन करते हुए जिला पंचायत उपाध्यक्ष चन्द्रवीरसिंह, जिला पंचायत सदस्यगण कलावती गेहलोद, अकमालसिंह, शांति राजेश डामोर, रूपसिंह, रमिला कैलाश, शारदा अमरसिंह, संता तेरसिंह तथा जनपद पंचायत के अध्यक्षगण गेन्दाल डामोर, गीता शंकरसिंह आदि ने भी अतिथि शिक्षकों की मांग का समर्थन करते हुए सरकार से मांग की है कि तत्काल बच्चों की पढाई का हो रहे नुकसान को देखते हुए अतिथि शिक्षकों की मांग पर विचार कर उन्हे संविदा शिक्षक के पद पर पदोन्नत किया जाए। इसके साथ ही सुश्री कलावती भूरिया ने कहा कि यदि प्रदेश सरकार द्वारा ऐसा नहीं किया जाता है तो कांग्रेस अतिथि शिक्षकों के समर्थन में आंदोलन करने को भी बाध्य होगी।