कांग्रेस ने लगाया बीजेपी पर सांठगांठ का आरोप, दो जगह पुनर्मतगणना के बाद हारे कांग्रेसी उम्मीदवार

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पेटलावद, हमारे प्रतिनिधिः पेटलावद जनपद क्षेत्र में मंगलवार को हुए त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव में जहां पंच-सरपंच के मतदान के पश्चात मतगणना बूथ पर ही हुई उसमें पेटलावद क्षेत्र को दो ग्राम पंचायतें मातापाड़ा एवं रामगढ़ में एक-एक वोट से प्रत्याशी विजय हुए जिस पर कांग्रेस ने पहले तो बूथ पर ही प्रशासनिक अधिकारियों पर दबाव बनाकर विरोध जताया था लेकिन उनकी एक न सुनी गई तो बुधवार को सुबह नाराज कार्यकर्ताओं ने पेटलावद पहुंचकर धरना प्रदर्शन किया। दिनभर नारेबाजी एवं धरना प्रदर्शन करते हुए उन्होंने प्रशासन पर भाजपा से सांठगांठ करते हुए उनक पक्ष में निर्णय किए जाने का आरोप लगाया।

कांग्रेसियों का कहना था कि त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान मुख्य रूप से विवाद ग्राम रूपगढ़़ में कांग्रेस समर्थित सरपंच निलेश मुणिया को भाजपा समर्थित भीमा कटारा से पहले दो मतों से विजय घोषित कर दिया गया था और उसके बाद फिर से मतगणना हुई और उसमें भाजपा समर्थित को विजय घोषित कर दिया।

विवाद इसी बात का है। वहीं एक अन्य मामले में सरपंच पद के उम्मीदवार कालू निवासी सुअरपाड़ा ने भी अपना विरोध दर्ज करवाते हुए बताया कि उनके मत पत्रों की गिनती सही नहीं की गई जिसके चलते उसे पराजय का सामना करना पड़ा।

पूर्व सांसद भूरिया भी पहुंचे:

पेटलावद तहसील प्रांगण में कांग्रेसियों द्वारा किए जा रहे विरोध प्रदर्शन में पूर्व सांसद कांतिलाल भूरिया भी शामिल हो गए और उन्होंने धरना स्थल पर कार्यकर्ताओं से चर्चा कर वास्तविक स्थिति को जानकारी ली तथा उन्होंने फोन पर चर्चा कर कलेक्टर बी चंद्रशेखर से भी इस मामले में जांच करवाने की बात कहीं।

उसके पश्चात भूरिया एसडीएम एस एस राजवात से मिलने उनके कार्यालय में पहुंचे और मतगणना में हुई धांधली के बारेंं में चर्चा की। जिस पर एसडीएम राजावात ने बताया की मतगणना स्थल पर ही दूसरी बार गणना हो सकती है अब पुनर्गणना के लिए हमारा अधिकार क्षेत्र में नहीं है। इसके लिए असंतुष्ट उम्मीदवार को याचिका लगानी होगी और निर्णय अनुसार उसे न्यायालय की शरण में जाना होगा।

इस अवसर पर चंद्रवीरसिंह राठौर, डॉ.विक्रांत भूरिया, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष कलसिंह भूरिया, सुरेश मूथा, हनुमंतसिंह डाबड़ी, मन्नालाल हामड़ मौजूद थे। इसके अतिरिक्त पेटलावद जनपद पंचायत के अंतर्गत होने वाले त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव में कई असंतुष्ट पंच-सरपंचों ने आवेदन लेकर एसडीएम से इस फर्जीवाड़े की जांच की मांग की, जिसमें हमीरगढ़ के पंच प्रत्याशी देवकुंवर पति देवीसिंह चावड़ा ने कहा कि विपक्षी के बराबर वोट मिलने के बाद भी उसके पांच मत निरस्त कर उसे पराजित घोषित कर दिया गया।