108 लीटर दूध से अभिषेक कर महायज्ञ की हुई पूर्णाहुति

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नीलंकठेश्वर महादेव का 108 लीटर दूध से अभिषेक समाजजन।
नीलंकठेश्वर महादेव का 108 लीटर दूध से अभिषेक समाजजन।
कबीर के भजनों की प्रस्तुति देती मंडली
कबीर के भजनों की प्रस्तुति देती मंडली

पेटलावद लाइव की खबर
तीन दिवसीय शांति अनुष्ठान यज्ञ में शनिवार रात्रि में भजन संध्या का आयोजन किया गया जिसमे दाहोद से शुक्ल जैमीन कुमार एवं उनके दल सहित रतलाम से आये वीरेन्द्र शर्मा एवं उनके दल ने रात्रि 11 बजे तक सुमधुर भजन की प्रस्तुति दी। इसके बाद रात्रि में रतलाम के हर्थली आश्रम के प्रमुख संत हीरादास महाराज एवं उनकी मंडली के द्वारा कबीर के भजनों की प्रस्तुति दी गई जो की रातभर भजनों का दोर चलता रहा। पांडाल में बैठे लोग मधुर भजनों का रसास्वादन करते रहे।
सोमवार को हुआ रूद्र अभिषेक-यज्ञ के तीसरे एवं अंतिम दिन प्रातः आठ बजे राजस्थान के प्रतापगढ़ के महंत एवं आचार्य श्रीहरि शुक्ल एवं इक्यावन ब्राहमणों के मुुखारविंद से लगातार रूद्र अभिषेक के मंत्रोच्चार के साथ नीलंकठेश्वर महादेव का 108 लीटर दूध से अभिषेक किया गया और दूध को एकत्रित कर खीर प्रसादी बनाई गई।
यज्ञ की हुई पूर्णाहुति- दिवंगत जीवात्माओ की आत्माशांति के लिए किये जा रहे तीन दिवसिय पंचकुंडिय यज्ञ का समापन के समय यजमानों सहित नगर शाति समीति के सदस्यो सहित नगर की जनता की उपस्थिति में मंत्रोच्चार एवं वैदिक श्लोंको के माध्यम से यज्ञ में आहुतियां देकर पूर्णाहुति की गई एवं महाआरती के पश्चात कन्यापूजन कर महाप्रसादी का वितरण किया गया।
महंत का किया सम्मान- तीन दिनी इस आयोजन को वैदिक प्रक्रिया व कर्मकांड के माध्यम से संपादित करने के के लिए नगर शंाति समीति के द्वारा महंत आचार्य हरिशुक्ल राजस्थान का साफा बांधकर शाॅल श्रीफल भेंट कर सम्मान किया।