पुलिस की उदासीनता से ओवरलोडिंग में हुआ इजाफा, यात्री फजीहत में

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अलीराजपुर लाइव के लिए नानपुर से जितेंद्र वाणी (राज) की रिपोर्ट-

नानपुर में नवागत थाना प्रभारी राजू मकवाना ने थाने का चार्ज लेते ही ग्रामरक्षा समिति के सदस्यों की बैठक ली थी। इस दौरान थाना प्रभारी मकवाना ने बताया कि ओवरलोड वाहनों पर अब सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने क्षेत्र में वाहन संचालकों से अपने वाहनों में ओवरलोडिंग न करने की अपील की। थाना प्रभारी मकवाना ग्रामरक्षा समिति की बैठक में बताया कि मैंने नानपुर में ओवरलोड वाहन देखे है जो अब बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। इस पर वाहन चालकों ने अपनी समस्या रखते हुए कहा कि हम वाहनों में सवारियां बैठाने से इनकार करते हैं तो ग्रामीण लोग हमसे विवाद और मारपीट करते हैं। इस पर थाना प्रभारी मकवाना ने कहा कि विवाद करने वाले लोगों की सूचना थाने पर दे हम कार्रवाई करेंगे। उन्होंने ओवरलोड पर ग्रामरक्षा समिति के लोगों को समझाइश देते हुए कहा कि इससे दुर्घटनाएं बढ़ती है, जान-माल की हानि होती है। लेकिन लगता है कि थाना प्रभारी राजू मकवाना की समझाइश व चेतावनी का जीप एवं बस संचालकों पर कोई असर नहीं हुआ। नतीजा ढाक के वहीं तीन पात वहीं कहावत की तर्ज पर अवैध जीप संचालकों के साथ बसों में भी ओवरलोड वाहनों को नानपुर में आसानी से देखा जा सकता है। वाहन चालक अपने वाहनों को थाने के सामने ही ओवरलोड भरकर निकल रहे हैं वे छतों व जीपों के साइड कैरियर, बोनट पर खुलेआम सवारियां बैठा रहे हैं जिससे शायद थाना प्रभारी व उनके पुलिस को अमले को कोई-लेना देना नहीं है। गौरतलब है कि क्षेत्र समेत सभी जगह ओवरलोड वाहनों के चलते कई दुर्घटनाओं हो चुकी है जिसमें घायलों के साथ कई ग्रामीण लोग काल के ग्रास में समां चुके हैं लेकिन इससे न तो प्रशासन चेता है और न ही अपने वाहनों को ओवरलोड भरकर निकले वाले वाहन। सक्रिय तो दिख रहे है सिर्फ अपने वाहनों में ठसाठस सवारियां भरकर चांदी काटने वाले वाहन संचालक। अब देखना यह है कि जिले में बैठे आला अधिकारी क्षेत्र में बढ़ चुकी है ओवरलोडिंग पर कार्रवाई कर दुर्घटनाओं में अंकुश लगा पाते हैं या फिर यह यूं ही खुलेआम-धड़ल्ले से ओवरलोडिंग चलती रहेगी।