तीन गैस सिलेंडर फटने से मितेश इंटरनेशनल प्लांट में लगी आग, आसपास के गांवों को करवाया खाली

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भूपेंद्र बरमंडलिया, मेघनगर
मेघनगर झाबुआ जिले का सबसे बड़ा औद्योगिक क्षेत्र मेघनगर अक्सर वायु प्रदूषण तो कभी जल प्रदूषण तो कभी भीषण आग लग जाने से अखबारों की हेडलाइन की सुर्खियों में रहता है। ताजा मामले में मेघनगर औद्योगिक क्षेत्र के प्लाट क्रमांक 93 पर मितेश इंटरनेशनल केमिकल प्लांट के मालिक रश्मि गांधी की है जिनकी फैक्टरी शुक्रवार दोपहर में भीषण आग लग गई। इस आगजनी होने के बाद पास ही की दूध बनाने मोनील फैक्ट्री के कर्मचारी में धुआं उठते हुए एवं तेज विस्फोट की आवाज सुनी तभी आसपास के ग्रामीण एवं फैक्ट्री कर्मचारी मौके पर पहुंचे तो नजारा कुछ इस प्रकार का था कि 3 गैस सिलेंडर के बॉयलर हवा में तेज गति से उड़े एवं धमाका इतना ज्यादा हुआ कि सिलेंडर के चिथड़े चिथड़े उड़ गए। भयंकर आवाज और धुंआ को देखकर आसपास के ग्रामीण गांव छोडक़र भागे। प्रारंभिक दृष्टि से देखा जाए तो गैस सिलेंडर को देखकर लग रहा है कि ऑक्सीजन, ऑर्गन, या नाईट्रोजन संबंधित गैस सिलेंडर के कैपसूल है। उक्त सिलेंडर को धूप में रखे जाने से गैस का प्रेशर निरंतर बढ़ जाने के कारण सिलेंडर फूट जाते हैं। उक्त घटना होने प्रत्यक्षदर्शियों द्वारा मेघनगर नगर परिषद की फायर ब्रिगेड व पुलिस मेघनगर को सूचना दी गई। आग लगने एवं धमाका होने के वक्त पास ही में 50 से अधिक मात्रा में भरे हुए एसिड के ड्रम उक्त प्लांट में थे। इतना ही नहीं यदि इन ड्रमों में आग लग जाती तो भोपाल गैस कांड की पूर्णावृत्ति होना आम बात थी। फिलहाल खबर लिखे जाने तक घटना स्थल पर फायर ब्रिगेड व आसपास के ग्रामीण एवं प्लांट में कर्मचारियों द्वारा आग को बुझा दिया गया।

शासकीय अधिकारी नहीं देते हैं औद्योगिक क्षेत्र और कोई ध्यान
पेटलावद ब्लास्ट, भोपाल ब्लास्ट और मेघनगर में बीते कई दिनों में एक बार पुन: बॉयलर फटने की घटना की बात करें तो शासकीय अधिकारी अति ज्वलनशील चीजों को रख रखाव के लिए कोई और ध्यान नहीं देते हैं न ही फैक्ट्रियों पर सुरक्षा संबंधित दिशा निर्देश दिए जाते हैं न ही इनकी समय पर जांच की जाती है। ऐसे में आसपास के ग्रामीणजन एवं शहरवासी अपने आप को बहुत ही डरा हुआ महसूस कर रहे हैं। शासकीय अधिकारियों द्वारा ऐसी बड़ी घटना को देख कर भी अंधे हो जाना बड़ा चिंता का विषय है। मेघनगर का एक धन्ना सेठ जो कि टोल काटे एवं कोयले की आड़ मेघनगर, अंतरवेलिया में ज्वलनशील गैस सिलेंडर बनाने का कार्य बड़ी तेजी से शासकीय अधिकारियों की आंखों में धूल झोंक कर कर रहा है। क्या शासकीय अधिकारी इन अवैध ज्वलनशील गैस बनाना एवं बिना किसी सावधानी के ज्वलनशील गैसों का उपयोग करने वाले कल कारखानों पर कोई कार्रवाई करेंगे, या यह गौरख धंधा यूं ही अनवरत चलता रहेगा और कोई बड़े हादसे को दावत देगा….?
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