ताजियों के जुलूस में देर रात तक गूंजता रहा या हुसैन-या हुसैन

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रितेश गुप्ता, थांदला
शहर शहादते हुसैन बड़ी शानो-शौकात के साथ मनाया। इसके पूर्व जामा मस्जिद में योमे आशुरा की दुआएं हाफिज अशफाक खान ने पढ़ाई और शहादत नामा का जिक्र किया। इस दौरान मुस्लिम समाजजन मौजूद रहे मजिस्द में नमाज अदा की गई। इस दौरान पर सभी धर्मों लोग हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल देखने को मिली। जुमे की नमाज के बाद ताजियों का जुलूस जामा मस्जिद से निकला जिसमें बच्चे-बड़ों ने नारियल फोड़े। अपनी मन्नतें उतारी। गौरतलब है कि सभी धर्मों के लोग ताजियों के नीचे से निकलते हैं मान्यता है कि ताजियों के नीचे से निकलने पर वे बीमारी, बलाओं से महफूज रहते हैं। इस अवसर पर वार्ड 12 की पार्षद अफसाना बी कादर शेख, 13 की पार्षद जैनब जरदार शेख ने ताजियों पर पहुंचकर मन्नते उतारी व शहर-देश में अमन चैन, शांति व खुशहाली की प्रार्थनाएं की। सभी ताजियें गांधीचौक में एकत्रित हुए और उसके बाद पुरानी पोस्ट ऑफिस पहुंचे, जहां पर पूर्व विधायक वीरसिंह भूरिया, नगीन शाहजी, नेता प्रतिपक्ष लक्ष्मण राठौड़, पार्षद राजेश राजल जैन, असंगठित कांग्रेस कामगार के जिलाध्यक्ष कादर शेख, सदर कदरुद्दीन शेख, आईटी सेल जिलाध्यक्ष शम्मी खान, कमालुद्दीन शेख, सैयद मोइनुद्दीन, शकील रजा खान, गुलाम कादर खान, मिक्कू डोडियार, नीरज समेत नगर के प्रबुद्ध नागरिक मौजूद थे। ताजिये बनाने में तलावली प्रकाश डामोर, गोवर्धन, दिनेश चैनाल, आबेदा आपा, साबिर भाई, शहजाद कुरैशी, जाकिर कुरैशी, जाकिर राजपुरा, जाबिर शेख, आबिद हुसैन गौरी, कय्यूम बाबा, इब्राहिम बाबा, सनुभाई-अकबर खान (कल्लूभाई), शहजाद कुरैशी, मोहम्मद कुरैशी, शेरबानो आपा छोटे मन्नतों के ताजियों समेत करीब 18 ताजिये निकले। इसमें सबसे आकर्षक ताजिया सन्नुभाई-अकबर भाई का रहा।
पुलिस प्रशासन भी रहा सतर्क
ताजियों के जुलूस को लेकर दोपहर से ही पुलिस प्रशासन सतर्क रहा। इस दौरान एसडीएम, एसडीओपी एमएस गवली, थाना प्रभारी, तहसीलदार, जुलूस के दौरान व्यवस्थाओं पर निगाह रखे हुए थे। ताजियों का जुलुस गांधी चौक से होता हुआ पुरानी पोस्ट ऑफिस, बोहरा मोहल्ला, गवली मोहल्ला, आजाद चौक, पीपली चौराहा, भंसाली चौराहा होते हुए पुन: गांधी चौक पहुंचा जहां से जामा मस्जिद स्थल पर सभी ताजिये पहुंचे। इस दौरान जामा मस्जिद के पास कव्वाली का प्रोग्राम रखा गया जो रात 3 बजे तक चलता रहा। इसके बाद ताजियों को ठंडा किया गया। मुस्लिम समाज और ताजिया कमेटी ने पुलिस व प्रशासन के शानदार सहयोग की प्रशंसा कर उनका आभार माना।