जयस आदिवासी सांस्कृतिक महासम्मेलन यात्रा रैली का भव्य हुआ स्वागत

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अलीराजपुर लाइव के लिए जोबट से सुनील खेड़े की रिपोर्ट
10-11 जनवरी 2018 बुधवार को 25 वाँ आदिवासी सांस्कृतिक एकता महासम्मेलन यात्रा जो कि राजपिपलिया नर्मदा जिला,गुजरात मे 13-14-15 जनवरी को कार्यक्रम होने जा रहा है जिसकी कल शाम 10 जनवरी को महारैली का आगमन जोबट में प्रवेश हुआ। जिसके भव्य और सफल स्वागत के लिए जोबट एवं आलीराजपुर के जयस के कार्यकर्ता एवं आदिवासी समाज के समस्त कर्मचारी-अधिकारीगण,किसान-मज़दूर,अनपढ़-पढ़े-लिखे एवं समाज के समस्त युवावर्ग और समाज जनों ने रैली के भव्य स्वागत के लिए जोबट से 12 किलोमीटर दूर ग्राम कनवाड़ा में रैली का आगमन होते ही जोबट जयस के समस्त युवाओ ने फूलों से सभी यात्रियों का ज़ोरदार स्वागत किया है। उसके बाद वाह से रैली के रूप में 2-2 बाइक की जोड़ी से जिसकी लंबाई थी जोबट के बाग़ रोड(माताजी मंदिर)में प्रवेश होते ही जोबट की नारी शक्तियों ने अपनी आदिवासी भाषा में गीत गाकर और आरती से तिलक करके एवं फूल-मालाओ से सभी गणवीरों का शानदार एवं भव्य स्वागत किया गया। उसके बाद रैली के रूप में वाह से नाचते व नारे लागते हुए बाजार के मुख्य गलियों से होते हुए बड़ा बस-स्टेशन पहुचे जहाँ सभा का रूप धारण कर लिया जहा लगभग 1 घण्टे के समय ने प्रदेश स्तर के वक्ताओं ने अपने ओजस्वी विचार रखे और समाज की परिस्थिति से रूबरू करवाया,युवाओ की स्थिति,विश्व स्तर पर आदिवासियों की स्थिति और पर्यावरण सुरक्षित रखने में आदिवासियों का योगदान बताया।
एक तीर एक कमान-मानव जाती एक समान..जेसे ज़ोरदार नारे लगाये और कहा की आदिवासी एकता परिषद और जयस सिर्फ अपने संवैधानिक अधिकार की बात करता है, जल,जंगल और ज़मीन की अस्मिता एवं अस्तित्व को बचाने की बात करता है,जिससे ये धरती सुरक्षित है यदि उसे बचाने की बात करने वालो को नक्सली कहा जाता है तो फिर 5वीं,6टी अनुसूची के उलघ्घन करने वालो पर देशद्रोह का मुकदमा करके उन्हें जेल भेजकर कार्यवाही होनी चाहिए.
जयस आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में आदिवासियों पर हो रहे अत्याचार शोषण के विरुद्ध और पूर्णतः5वीं व 6वीं अनुसूची को लागु करवाने की लड़ाई लड़ रहा है जिसके साथ देश के हजारो संग़ठन साथ है।
वही जोबट में हुई घटना जिसमे दो आदिवासी बालिकाओ की स्कूल में कपड़े उतरवाकर तलाशी लेना जो किसी अपराध से कम नही है बताकर उन दोषी शिक्षिकाओं और शाला प्रबन्धन के ऊपर कार्यवाही की मांग हेतु जल्द ही आंदोलन करने की बात रखी यदि इस घटना में उचित कार्यवाही नही की जाती है तो जयस और समस्त आदिवासी संगठनो द्वारा मिलकर पूरा जिला बंद कर प्रदेशव्यापी आंदोलन किया जाने की चेतावनी दी।