किसान कामलिया कीट प्रभावित फसल लेकर एसडीएम के समक्ष पहुंचे

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झाबुआ लाइव के लिए थांदला से रितेश गुप्ता की रिपोर्ट –
1किसान प्रतिदिन टकटकी लगाए आसमान की और देख रहा है लेकिन लगता है कि किसान से शायद भगवान भी नाराज है बारिश का मौसम मे भी बारिश का न होना इसी बात की और इशारा करता है। थोड़ी बहुत बारिश होने पर जो फसल किसान के खेत में उग आई थी उस पर कामलिया कीट का प्रकोप पड़ गया। प्रकृति की इस दोहरी मार से किसानों की हिम्मत टूट रही है। भगवान के बाद किसान की दूसरी आशा प्रशासन से रहती है किन्तु अपने आपको किसान पुत्र कहलाने वाले प्रदेश के मुखिया के राज मे किसानों की सुध लेने वाला कोई नहीं है। क्षेत्र में कामलिया कीट का भयंकर प्रकोप छाया हुआ है किसान कामलिया के प्रकोप से जूझ रहे हैं। ग्राम आमली दौजतपूरा, पांचखेरिया, मछलईमाता, नवापाड़ा के किसानों ने शुक्रवार को तहसील कार्यालय पहुंचकर अनुविभागीय अधिकारी आर एस मंडलोई के समक्ष उपस्थित होकर कामलिया कीट दिखाते हुए उससे हो रहे नुकसान के बारे मे बताया। किसान रामा डामर, मीठुसिह गणावा, जयसिंह वसुनिया आदि ने बताया कि जो थोडी बहुत फसल उगी हुई थी उसे भी कामलिया ने बर्बाद कर दी है। कृषि विभाग के अधिकारी इस ओर कोई ध्यान नही दे रहे है कृषि विभाग के अधिकारी कर्मचारी गांवो मे जाकर स्थित का जायजा ही नही लेते है। बाजार मे नकली व घटिया कीटनाशक बिक रहा है जिसके छिडकाव से कामलिया कीट मर भी नही रहे है तथा शासन के द्वारा किसानो को दवाई भी उपलब्ध नहीं करवाई जा रही है। किसानो के साथ कांग्रेस नेता अक्षय भटट, मनीष बघेल, सुधीर भाबर ने कृषि विभाग के अधिकारियों से बात की तो उन्होने बताया कि कल 500 लीटर दवाई आई थी जो कि आज खत्म हो चुकी है। एक दिन मे 500 लीटर दवाई कितने किसानो को व कब बांटी गई इसका उनकें पास कोई जवाब नहीं था। किसानो ंने अनुविभागीय अधिकारी से कृषि विभाग की कार्यप्रणाली पर भी अंतोष व्यक्त किया। किसानों की बात सुनकर अनुविभागीय अधिकारी ने किसानों को आश्वस्त करते हुवे कृषि विभाग के अधिकारी व पटवारी से फसल नुकसानी के आंकलन करवाने का आश्वासन दिया।