मेघनगर कथा में राम जन्म उत्सव धूमधाम से मनाया

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 भूपेंद्र बरमण्डलिया @ मेघनगर

मेघनगर- नगर की ह्रदय स्थली दशहरा मैदान पर चतुर्थ दिवस साईं मित्र मंडल एवं संस्कार भारती मित्र मंडल के तत्वाधान में राम जन्म उत्सव बड़े उत्साह एवं धूमधाम से आयोजित किया गया। राम कथा के चौथे दिन यजमान पलक दर्पण पंचाल द्वारा राम दरबार की विधिवत पूजा अर्चना की गई ।रामकथा को आगे बढ़ाते हुए आचार्य पंडित नरेश शर्मा द्वारा राम अवतार का प्रयोजन के बारे में विस्तृत से बताया गया जब जब भी धर्म की हानि होती है। तब ईश्वर को अवतार लेकर अधर्म का नाश और धर्म की ध्वजा पूरे विश्व में कायम करते हैं। आचार्य शर्मा ने बताया की राजा दशरथ को जो श्राप मिला था वह वरदान में बदल गया भक्त राज्य श्रवण कुमार द्वारा मात-पिता भक्ति के चलते अपने प्राण गवाना पड़े श्रवण कुमार के माता-पिता ने निसंतान राजा दशरथ को श्राप दिया की पुत्र वियोग में हम अपने प्राण छोड़ रहे हैं वैसे ही राजा दशरथ आप भी पुत्र योग में अपने प्राण छोड़ेंगे पश्चात राजा दशरथ के यहां भगवान राम ने पुत्र रूप में जन्म लिया राम जन्म के अवसर पर आज महिलाएं ने बड़े उत्साह से फूलों की वर्षा करते हुए राम लल्ला का अभिनंदन किया। कथा के चतुर्थ दिवस गोविंद पंचाल एवं परिवार द्वारा रामलला का नखरा लिया गया। कथा में विशेष रूप पूर्व कलेक्टर श्रीमती सूरज गुमान सिंह डामोर एवं भाजपा महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष एवं शौर्य भारती संस्था की संस्थापक आरती भानपुरिया कथा श्रवण का लाभ लिया पंडाल को संबोधित करते हुए श्रीमती सूरज गुमान सिंह डामोर साईं मंदिर महिला मंडल का आभार व्यक्त किया जिन्होंने हमें कथा में बुलाया पूरे जिले में मेघनगर ज्यादा धार्मिक आयोजन होते रहते हैं। साईं मंदिर महिला मंडल द्वारा यह पांचवा धार्मिक आयोजन जानकर उन्होंने सभी महिलाओं व समाज सेविका श्रीमतl

बबली शर्मा का साधुवाद दिया तथा आचार्य पंडित नरेश शर्मा का अभिवादन किया पूरा देश राम मय हो रहा है। महिला मंडल की यह अनूठी पहल राम कथा आयोजन सुनहरी अक्षरों में लिखा जाएगा।श्रीमती आरती भानपुरिया द्वारा पंडाल को संबोधित करते हुए मुझे बहुत खुशी हो रही है की यह रामकथा का आयोजन महिलाओं द्वारा हो रहा है प्रेमलता भट्ट द्वारा अतिथियों का सम्मान किया गया। राम कथा के पांचवे दिन राम विवाह होगा एवं राम और सीता का चरित्र का वर्णन किया जाएगा हम कैसे राम और सीता के पद चिन्हों पर चल सके।राम कथा में मदरानी काकनवानी रंभापुर अग राल भगोर थांदला आदि आसपास के गांव से कथा श्रवण के लिए भक्त लोग पधार रहे हैं।राम जन्म के दिन कथा में महिलाएं पीले वस्त्र में कथा श्रवण कर रही थी ऐसा लग रहा था की बसंत पंचमी आज ही मनाई जा रही है।