पुलिस का मानवीय चेहरा; तपती सड़क पर मां का दामन थामे नंगे पैर चलते बच्चों को पहनाई चप्पल

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कमलेश जयंत@उदयगढ़

विश्वव्यापी महामारी के संक्रमण काल में उदयगढ़ पुलिस के अनेक चेहरे सामने आए हैं।
कानून का पालन करवाने में जहां पुलिस को थोड़ा सख्त होना पड़ा वही समझाइश, उत्साहवर्धन और सेवा कार्यों के माध्यम से पुलिस जनता की मित्र बनकर उभरी है ।

सोमवार को उदयगढ़ पुलिस का ऐसा ही एक और मानवीय चेहरा देखने में आया।
दोपहर में गश्त पर निकले डीएसपी आशीष पटेल ने देखा कि चिलचिलाती धूप में तपती सड़क पर एक ग्रामीण महिला टूटी चप्पल पहने सामान उठाए चल रही है। कांख में एक दूध मुहा बच्चा है। पीछे पीछे तीन चार बच्चे नंगे पैर मां का दामन थाम कर चल रहे हैं।

इस दृश्य को देखकर डीएसपी आशीष पटेल का दिल पसीज उठा। उन्होंने तत्काल गाड़ी रुकवाई। नीचे उतर कर बच्चों और महिला को गाड़ी में बैठाया । खुद पैदल चले और इन्हें शूज स्टोर पर ले कर गए। बच्चों सहित उनकी माता को डीएसपी ने नई चप्पल पहनाई और बिस्किट के पैकेट प्रदान किए।
स्टोर संचालक श्रीमती भावना मनोज नागर से डीएसपी ने कहा कि यदि कोई भी बच्चा इस स्थिति में दिखे तो वह उन्हें चप्पल पहना दे, कीमत अदा वह कर देंगे।
गौरतलब है कि लोक पर्व भगोरिया के समय प्रशिक्षु डीएसपी के रूप में उदयगढ़ थाना प्रभारी का चार्ज लेने के बाद से ही आशीष पटेल ने जिम्मेदारी के साथ ही कर्तव्यों को भी बखूबी निभाया है। समयानुसार समझाइश, उत्साहवर्धन और जन सेवा के कार्य के माध्यम से उन्होंने पुलिस की बहुआयामी छवि को उभारा है।