संविदा एमपीडब्ल्यू कर्मचारियों को दस माह से नहीं मिल रहा वेतन

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अलीराजपुर लाइव के लिए बड़ी खट्टाली से विजय मालवी की रिपोर्ट-
मलेरिया विभाग के संविदा एमपीडब्ल्यू कर्मचारियों को दस माह से वेतन नहीं मिलने की शिकायत अपर कलेक्टर वह सीएमएचओ से की थी। साथ ही उन्होंने नियमितीकरण की मांग कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया था। मध्य प्रदेश संविदा एमपीडब्ल्यू मलेरिया एसोसिएशन के सदस्य सोलंकी ने बताया कि 2016 में हुए मूल्यांकन में मार्च 2017 तक सीएचएमओ से 500 के स्टाम्प पर अनुबंध हुआ था। जिसके आठ माह बीत जाने के बाद भी वेतन जारी नहीं हो रहा है। अफसरों से शिकायत करो तो जवाब मिलता है की सेवा अवधि बढ़ाई जाने की फाइल नहीं मिल रही। वहीं कर्मचारियों ने वेतन नहीं मिलने से आर्थिक संकट आ गया है। अगर अवधि नहीं बढ़ाई गई तो उनसे नियमित कर्मचारियों की तरह काम क्यों दिया जा रहा है। वह 7 साल से निरंतर सेवाएं दे रहे।
स्वास्थ्य केंद्रों पर मलेरिया के मरीज मिले-
खट्टाली के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर मलेरिया के भी मरीज पाए गए ग्राम खंडाला की वेस्तीबाई ने बताया कि उसने 8 तारीख 2017 को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खट्टाली मैं जांच करवाई जांच रिपोर्ट में मलेरिया बताया गया इससे स्पष्ट होता है कि मलेरिया जैसी बीमारी के केस ग्रामीण क्षेत्रों में मिल रहे है। आरोप लगाया है कि मलेरिया एमपीडब्ल्यू के लिए कोई स्थाई नहीं है। कर्मचारियों को नियमित कर सुरक्षित भविष्य देना था मगर दस माह का वेतन जारी करने मलेरिया की स्पष्ट एवं सुरक्षित भविष्य निधि बनाने की मांग की है। जिलें में मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया जैसी बीमारियां पैर पसार रही है और दूसरी तरफ मलेरिया कर्मचारियों को शासन ने घर बिठा दिया और उन्हें दस माह से वेतन नही दिया गया है। ऐसी हालत में जिले व ब्लॉक में मलेरिया के केस भी बढ़ रहे है न उनकी सही से जांच नही हो पा रही है। अल्फा सईफर मीथेन वाई का छिडकाव गांवों में सही नही किया जा रहा ऐसी हालत में गांवों व नगरो मलेरिया के मरीज बढ़ रहे हैं।