वीर दुर्गादास राठौड़ गरबा में मातृशक्ति ने अलसुबह तक की मां की आराधना

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पियुष चंदेल,अलीराजपुर

अलीराजपुर रणछोडऱाय मार्ग के आमला लाइन में वीर दुर्गादास राठौड गरबा उत्सव समिति द्वारा करवाए जा रहे गरबे ने रंग अल सुबह सात बजे जमा रहा। वीर दुर्गा दास गरबा मंडल बना अलीराजपुर का गरबो का सरजात यहां पर पंचेश्वर रामायण मंडल के आर्केस्ट्रा द्वारा उड़ी उड़ी जाए चुनरी मां अंबे जगदंबे अंगना पधारो जगदंबा भवानी नामक गरबे ने दर्शको व गरबा खेलने वाले गरबा प्रेमियो की खूब सराहना बटोरी।नवरात्रा के आखिरी दिन बढ़ने के साथ शुरू संगीत पर शुरू लयबद्ध थिरकन अलसुबह सात बजे तक जारी रहे ना तो गरबा गाने वालों के सूर कम हुए और ना ही रास करने वालों के पैर थके।वीर दुर्गा समिति के कांतिलाल राठौर ने बताया कि रणछोड़राय मंदिर आमला लाईन गरबा पांडाल में महारास का उल्लास छाया रहा ।यहां पर गरबा खेलने वालों का जनसैलाब उमड़ पड़ा जैसे-जैसे समय बीतता गरबो को शुर तेज होते चले गए उसी के अनुरूप तीव्र होती गई थिरकन। यहा ड्रेस कोड युवतियां व महिला आकर्षक गरबा नृत्य कर रही थी वही युवा भी एक ड्रेस कोड मे थिरकते नजर आ रहे थे ।नवरात्रि समापन पर महिलाओं के द्वारा एक बेनर पर फिर मिलेगे 17 अक्टूबर 2020 को लेकर पांडल पर सभी गरबा प्रेमियों को विदाई दी जो पांडाल मे आकृषक का केंद्र बना रहा ।

राठौड़ वीर दुर्गादास गरबा उत्सव समिति द्वारा 9 दिन तक गरबा आयोजन कर मंगलवार अलसुबह जवारे एवं माता जी की प्रतिमा का चल समारोह निकालकर विसर्जन किया। विसर्जन जुलूस में ढोल धमाकों के साथ नगर के प्रमुख मार्ग होते हुए पंचेश्वर महादेव मंदिर पहुंचे जहां से सुकड नदी पर माता जी प्रतिमा व ज्वारो का विधि विधान से विसर्जन किया गया। विसर्जन जुलूस में राठौड़ समाज महिलाएं जवारे उठाया आगे चल रही थी