विवेकानंद विद्या स्कूल में बोले प्रदीप क्षीरसागर शिक्षा के साथ संस्कार जुडऩे से विद्यार्थियों में जिम्मेदारी का बोध आता है

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जितेंद्र वाणी नानपुर
विद्यालय में होने वाली नियमित शिक्षा के साथ बच्चों के नैसर्गिक गुण और प्रतिभा को पहचान कर उसे सही दशा व दिशा देना जरूरी है। वर्षभर के आयोजन में प्रतिभा के बार बार प्रदर्शन करने से उसमे निखार आता है। उक्त बात स्वामी विवेकानन्द विद्या विहार स्कूल के वार्षिकोत्सव के शुभारम्भ अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार समाजसेवी प्रदीप क्षीरसागर ने कहे। उन्होंने कहा कि शिक्षा के साथ संस्कार भी जुडऩे से विद्यार्थियों में जिम्मेदारी का बोध भी आता है। भावी जीवन मे वह अपने लिए श्रेष्ठ रास्ते का चयन करने के लिए सक्षम होते हैं। कार्यक्रम के आरम्भ में सरपंच समरथसिंह मौर्य, एडवोकेट राजेन्द्र वाणी व पत्रकार प्रदीप क्षीरसागर ने सरस्वती एवं विवेकानन्द की प्रतिमा पर दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया। वाणी ने कहा कि ऐसे आयोजन प्रत्येक विद्यालय में होते रहने से बच्चों में शिक्षा के साथ विभिन्न सामाजिक समरसता वाली सोच का उदय भी होता है । प्राचार्य पुष्पेंद्र वाणी ने विद्यालय की वार्षिक प्रगति रिपोर्ट के साथ कार्यक्रम की जानकारी प्रदान की। स्कूल परिसर के विशाल मंच को नेत्रदान, रक्तदान, स्वच्छता, सेव वॉटर, बेटी बचाओ, पर्यावरण संवर्धन जैसे अनेक विषय की थीम से आकर्षक रूप दिया गया था। मंच पर विद्यार्थियों ने आकर्षक परिधानों के साथ भारत भर की विविध संस्कृतियों से लिप्त शानदार नृत्य एवं नाट्य की प्रस्तुतियां दी। आयोजन में बंगाली, गुजराती, मराठी, ओडि़सी व आदिवासी लोकनृत्य की प्रभावी प्रस्तिति से दर्शकों को मनमोहित कर दिया।अतिथियों द्वारा पुरस्कार भी दिए गए। विद्यालय के शिक्षकों में मंच सज्जा योगेश माधला, परितोष घोष ने किया। वहीं वैशाली माली, भावना ढीमर, पल्लवी शर्मा, नीता वाणी, हेमलता वाणी, माया भाटी, शिवानी मेहता, आशा शमा, शारदा चौहान, निकिता वाणी व झुमा घोष ने विद्यर्थियों से नृत्य व नाट्य मंचन में सहयोग किया । कार्यक्रम का संचालन शिक्षक धर्मेंद्र वाणी व प्रीति शर्मा ने किया। अंत मे आभार डायरेक्टर अश्विन वाणी ने व्यक्त किया।
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