रक्तदूत सम्मेलन में जुटे समाजसेवी, बनाई रूपरेखा

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बृजेश खंडेलवाल, आम्बुआ
सम्पूर्ण जिले में आपातकालीन रक्त की आपूर्ति में रक्तदुत बनकर उभरे युवा समाज के लिए जीवनदाता के रूप में उभरे है। अशिक्षा, भय और अंधविश्वास के बीच आम जनमानस के बीच अपनों को भी कोई खून देने को तत्पर नहीं होता है। ऐसे में टीम रक्तदुत के साथी हर दिन हर समय रक्तदान के लिए तैयार रहता है। इस मानवीय पहल में अब कारवां बढ़ता जा रहा है। इस बदलाव को अब महसूस किया जा सकता है। उक्त बात जिला रक्तदूत सम्मेलन में डॉ प्रमेय रेवडिय़ां ने कहे मां पार्वती मेमोरियल स्कूल परिसर में आयोजित कार्यक्रम में अलीराजपुर जिले के सैकड़ों रक्तदाता, जिला अस्पताल की टेक्निशियन टीम और डॉक्टर भी उपस्थित थे। आरम्भ में सभी का स्वागत रक्तमित्र टीम आम्बुआ ने किया। जिले से आये सभी समूह ब्लड डोनेशन ग्रुप जोबट, साई सेवा समिति नानपुर,जागरूक युवा मंच खट्टाली, वीर साई बजरंग समूह अलीराजपुर, जयस टीम आम्बुआ सभी सदस्यों ने टीम रक्तदूत के बैनर तले किए जा रहे हैं। रक्तदान के लिए जनजागरण कार्य विभिन्न अवसरों पर रक्तदान शिविर आयोजन तथा डोनर को आने वाली समस्याओं आदि पर परिचर्चा कर जानकारी साझा की। कार्यक्रम को डॉ केसी गुप्ता ने सम्बोधित करते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में अब पगड़ी रस्म, जन्मदिन, विवाह अवसर, स्मृति दिवस आदि समय पर परिवार व समाज द्वारा रक्तदान शिविर आयोजित करने की परम्परा बन चुकी है। ऐसे में सभी को नए रक्तदाताओं को अधिक से अधिक जोडऩे की जरूरत है। साईं सेवा समिति नानपुर के प्रदीप क्षीरसागर ने बताया कि अब जिले के सभी क्षेत्र के रक्तदाताओं कोजोडक़र टीम रक्तदूत की सदस्यता दिलाने का अभियान चलाए और टीम का पंजीयन कराकर उसे मान्यता दिलाई जाएगी। टीम रक्तदुत के संस्थापक सदस्य आशीष शर्मा ने कहा कि अब जिले के सुदूर ग्रामीण क्षेत्र में नियमित रक्तदान कैंप लगाए जाएंगे, ताकि सबमे रक्तदान के प्रति जागृति आ सके।इस कड़ी की शुरुआत 14 जून को विश्व रक्तदान दिवस के दिन से वृहद स्तर से की जाएगी। कार्यक्रम में क_ीवाड़ा, आजाद नगर, उदयगढ, आमखुट, आम्बुआ, जोबट, सोण्डवा, अलीराजपुर आदि स्थान से रक्तदाताओं को मंच से अथितियों द्वारा शिल्ड- मेडल के साथ उपहार देकर सम्मानित किया। बैठक में जिला चिकित्सालय में रक्तदान के लिए होने वाली परेशानी, जनजागरण अभियान चलाने, टीम रक्तदूत का लोगों और ड्रेस किट आदि विषयों पर मंत्रणा कर सहमति बनाई गई । शीघ्र ही उक्ताशय को लेकर कलेक्टर से बातचीत का निर्णय भी लिया। अंत में आभार टीम रक्तदूत आम्बुआ के सदस्य गोविंदा माहेश्वरी ने व्यक्त किया। रायपुरिया, झाबुआ, थांदला सहित अन्य स्थानों के भक्तों के आने का क्रम निरंतर जारी है.