मनरेगा योजना में 18 हजार श्रमिकों को प्रतिदिन रोजगार उपलब्ध कराते  आजीविका के स्थायी स्त्रोत

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आलीराजपुर लाईव के लिये रिजवान खांन की रिपोर्ट।

जिले की प्रत्येक ग्राम पंचायत के प्रत्येक परिवार को जिन्हें रोजगार की
आवष्यकता हैं को रोजगार उपलब्ध कराया जायेंगा साथ ही आजीविका के लिये हितग्राहीयों को स्वयं के खेत पर कपिल धारा कूप, मेढ़ बंधान, नंदन
फलोद्यान के अतिरिक्त अन्य उपयोजनाओं में लाभांवित किया जा रहा हैं।
यह जानकारी कलेक्टर प्रदर्शन शेखर वर्मा जिला अलीराजपुर द्वारा देते हुये बताया कि में आयुक्त  संजय दुबे इन्दौर संभाग इन्दौर के निर्दश पर
प्रत्येक ग्राम पंचायत में 50 श्रमिकों कों प्रतिदिन रोजगार उपलब्ध कराने
के कुल लक्ष्य 14400 के विरूद्ध 17900 श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराया जाकर समय-सीमा में भुगतान भी कराया जा रहा हैं। इस हेतु  3500 नवीन कपिल धारा कूप राषि रू. 57.25 करोड़, 2300 मेढ़ बंधान राषि रू. 3.45 करोड़, 220 आतांरिक सी सी मार्ग रू. 7.25 करोड़ एवं अन्य श्रम मूलक कार्य  13.30 करोड़ सहित कुल 6220 नवीन कार्यो की स्वीकृति 81.25 करोड़ की ग्राम पंचायतों के माध्यम से जारी कराई गई हैं।jila panchayat ceb shilendrasingh ने स्पष्ट किया कि षासन निर्देषों के तहत जिले के हर पंचायत में रोजगार की मांग करने वाले सभी परिवारों को रोजगार दिलाने हेतु उनके द्वारा एवं परियोजना अधिकारी मनरेगा द्वारा जनपद पंचायत एवं ग्राम पंचायत स्तर पर स्वयं जाकर सरपंच, सचिव एवं ग्राम रोजगार सहायकों को प्रोत्साहित किया जाकर हर ग्राम एवं फलियें से संपर्क कराया जा रहा हैं औंर पात्र परिवारों को तत्काल हितग्राही मूलक कार्य की स्वीकृति स्वयं उपस्थित होकर कराई जा रही हैं। यह भी बताया कि जिला अलीराजपुर की हर जनपद पंचायत की 02-02 ग्राम पंचायतों को योजना से जुड़े अधिकारीयों को आबंटित की गई हैं और स्वयं भी ग्राम पंचायत छोटा उण्ड़वा को ली जाकर स्वयं सतत् मानिटरिंग कर रहे हैं तथा प्रयास किया जा रहा हैं कि इन पंचायतों में गुणवत्ता युक्त कार्य कराते हुये माॅडल के रूप में बनाया जाय जिसका अनुसरण अन्य ग्राम पंचायत भी कराया जावेंगा। यह भी स्पष्ट किया की मनरेगा योजना में आबंटन की कोई कमी नही हैं मजदूरी एवं सामग्री का भुगतान भी तत्काल कराया जा रहा
हैं औंर प्रयास हैं कि दिसंबर अंत तक 25 हजार से अधिक श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध हों।  श्री सिंह द्वारा यह भी बताया कि जिले से मजदूरों के पलायन होने पर उन्हें बहुत अधिक पीड़ा होती हैं औंर वे इस दिषा में उनका समग्र प्रयास हैं कि हर पात्र परिवार को कपिल धारा कूप एवं नंदन फलोद्यान से लाभांवित करें औंर उनकी स्वयं की आजीविका सुनिष्चित हों जावें ताकि वे भविष्य पलायन न करें। संवाद बैठकों का आयोजनः- यह भी बताया कि जिले में 288 ग्राम पंचायतों के 37 क्लस्टर स्थापित किये हैं। एक क्लस्टर में औसत रूप से 07-08 पंचायतें हैं इन ग्राम पंचायतों की प्रति माह क्लस्टर स्तर पर सरपंच, सचिव, ग्राम रोजगार सहायकों की उपयंत्री, सहायक यंत्री तथा जिला पंचायत के वरिष्ठ अधिकारीयों की उपस्थिति में समीक्षा बैठकें माह दिसंबर 2015 से 31 मार्च2015 की अवधि में नियमित रूप से आयोजित की जावेंगी। इस हेतु सभी ग्रामपंचायतों का केलेण्ड़र निर्धारित किया जा चुका हैं।