पुलिया के अंधे मोड़ पर जलाई हटाने से दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ी, राहगीर परेशान

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मयंक विश्वकर्मा आम्बुआ

 आम्बुआ कस्बे से 2 किलोमीटर दूर आंबुआ आजाद नगर मार्ग पर स्थित नाले अंधे मोड़ पर दुर्घटनाओं का पर्याय बनी पुलिया पर दुर्घटना रोकने हेतु लोहे की जाली लगाई जाने के बाद निकाल देने तथा मुंढेर बना देने के समाचार है मुंढेर बनने के कारण दुर्घटनाओं की पुनः आशंका बढ़ गई है।जानकारी के अनुसार अलीराजपुर आंबुआ एवं दाहोद मार्ग पर फुलझड़ी फलिया में स्थित नाले पर अंधे मोड़ पर बनी स्टेट समय की पुलिया पर विगत वर्षों में सैकड़ों छोटी बड़ी वाहन दुर्घटनाएं हो चुकी है । यानी कि यह पुलिया दुर्घटनाओं का पर्याय बन चुकी है लोक निर्माण विभाग ने पुलिया की एक और की मुंडेर पर ऊंची लोहे की जाली लगाई थी साथ ही दोनों और गतिरोध भी लगाए ताकि वाहनों की गति को नियंत्रित किया जा सके।जाली पर प्रकाश परावर्तित (रिफ्लेक्टर) चिन्ह लगाए गए ताकि रात्रि में वाहनों के प्रकाश में मोड तथा पुलिया दिखाई दे जाए। इसके कुछ महीनों बाद विभाग ने पुनः शायद कोई निर्णय लिया तथा जाली निकालकर पुलिया की मुंडेर (दीवार) बना दी जब जाली लगी थी तब दुर्घटना का भय कुछ कम माना जा रहा था । मगर जाली निकल जाने के बाद मुंडेर बना देने से पुलिया की वही पुरानी स्थिति वापस बन गई जब वाहन मुंढेर से होते हुए नाले में गिर जाया करते थे ।जानकारों के अनुसार जाली या मुंडेर बना देना दुर्घटनाओं को रोकने का इलाज नहीं हो सकता इसके लिए पुरानी पुलिया को तोड़कर तथा मोड़ को हटाकर नई सीधी पुलिया बनाया जाना जरूरी है तब दुर्घटना रोक पाना संभव हो सकता है।

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