ग्राम पंचायत के सरपंच-सचिव की तानाशाही से अनुसूचित जाति वर्ग के लोग परेशान

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आलीरजपुर। जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व जिलाध्यक्ष महेश पटेल ने प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के घर-घर शौचालय, ओडीएफ मुक्त भारत एवं स्वच्छ भारत-स्वस्थ्य भारत का नारा व सपना आदिवासी बाहुल्य जिले मे नाकाम साबित हो रहा है। जिले मे ओडीएफ योजना का खुलेआम माखौल उडाया जा रहा है और ओडीएफ अभियान भी कागजों पर चलाया गया है। इस योजना का लाभ गरीब वर्गों को नहीं मिल रहा है। ग्राम बरझर के सरपंच-सचिव तानाशाही कर दलितो को योजनाओं से वंचित किया जा रहा है। जिसके चलते भारत शासन की महत्वपूर्ण योजना दम तोडती हुई नजर आ रही है। इस मामले को लेकर केंद्र व राज्य की भाजपा सरकार का दलित विरोधी चेहरा सामने आ गया है। पटेल ने बताया कि एक और प्रधानमंत्री मोदीजी एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री देश में स्वच्छता अभियान के तहत घर-घर शौचालय बनाने की बात कर रहे है, परंतु यहां तो इस अभियान की जमीनी हकीकत कुछ और ही बयान करती है। पटेल ने बताया कि आजाद नगर के ग्राम पंचायत बरझर के लोगो ने उनके घरो मे शौचालय नहीं होने को लेकर एक आवेदन सौंपा है। ग्रामवासियों ने जनसुनवाई मे कलेक्टर के नाम आवेदन सौंपकर उचित कार्रवाई की मांग की है। आवेदन मे उन्होंने बताया कि ग्राम बरझर के हरिजन मोहल्ला, स्कूल फलिया एवं रातिधारी फलिया के करीब अनुसूचित जाति के 40 परिवार, जिनकी 250 जनसंख्या है। इन रहवासियों के यहां पर एक भी शौचालय नहीं हैं। इन मोहल्लों में हमारे करीब 40 परिवार के मकान होकर हमारे यहाँ करीब 250 जनसंख्या निवासरत है। वर्षों पहले एक शौचालय नदी में बनवाया था, वह बाढ़ के पानी से नदी में बह गया। अनेक बार ग्राम के सरपंच व सचिव से यहाँ शौचालय बनाने की मांग की परंतु सरपंच सचिव मनमानी करते है और हमें धमकाते है। हमारे परिवार को शौच कार्य में बहुत परेशानी आ रही है। हमें खुले में शौच के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। बाहर खुले में अन्य खेत में शौच करने जाते हैं तो हमें खेत मालिक रात-दिन भगाते है। सरपंच, सचिव सहित अन्य कर्मचारी हमसे झुठे साईन करवाकर लेकर गए कि घर-घर में शौचालय बनाए जाएंगे। 

-सरपंच-सचिव के भ्रष्टाचार की जांच की जाए

बरझर निवासियों ने सौंपे गए आवेदन मे बताया कि हम लोग मजदूरी कर गरीबी रेखा के नीचे जीवनयापन करते है। हमारे ग्राम की सरपंच सेजल पिता हिमसिंह, जिसका विवाह लगभग 4 साल पूर्व हो चुका है और वह अलीराजपुर पुलिस लाईन में अपने पति के साथ रहती है, उसका पति एसपी साहब का ड्राईवर है। इस प्रकार से सरपंच का समस्त कार्य उसके पिता हिमसिंह संपादित करता है। हमारे गाँव में सरपंच एवं उसके पिता मनमानीपूर्वक कार्य किए जा रहे है। उनके द्वारा प्रधानमंत्री आवास के मकान वास्तविक हितग्राहीयों को ना दिये जाकर अपात्र व्यक्तियों को दिये जा रहे है। हम आवेदकगण अत्यंत गरीब होकर हमें उक्त आवासों की सख्त आवश्यकता है। हमारे द्वारा मांग किए जाने पर उनके द्वारा हमें डराया धमकाया जाता है और मारपीट की जाती है। ग्राम बरझर में कई व्यक्ति है, जिन्हें दो बार प्रधानमंत्री आवास का लाभ मिल चुका है। उदाहरण के लिये नटवर पिता सकरा को दो बार इस योजना का लाभ मिल चुका है। हम आवेदकगण में से कई के नाम काफी समय से सूची में आ चुके है, लेकिन सरपंच एवं उसके पिता द्वारा लाभ नहीं दिया जा रहा है। उनके द्वारा हमारे साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है, जिसकी भरपाई करना मुष्किल है। ग्रामवासियो ने बताया कि सरपंच एवं उसके पिता द्वारा पंचायत में भारी हेराफेरी व भ्रष्टाचार किया जा रहा है, जिसकी जाँच की जाकर हमें हमारे हक के आवास का लाभ दिलाये जाने की कृपा करें। इस अवसर पर ग्राम बरझर के मोहन पिता मनसुख, नानसिंह पिता सबुर, भारता पिता भयड़ा, कैलाश पिता मोहन, बाबु पिता कासिया, विजय पिता नरू, रजलीबाई पति मनु, अषोक पिता राजु, मुकेश पिता बच्चु, विनोद पिता गलका, दिनेष पिता जठिया, प्रकाष, नानसिंह आदि मौजूद थे।