एक शाम शहीदो के नाम काव्य निशा का आयोजन हुआ, देशभक्ति के तरानों ने बाँधा समा, वहीं हास्य रस ने सबको गुदगुदाया

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पीयूष चन्देल, अलीराजपुर

पुलवामा हमले की प्रथम वर्षगांठ पर पुलवामा में हुए आतंकी हमले में अपनी जान न्यौछावर कर देने वाले भारत के वीर सपूतो की याद में एक शाम शहिदों के नाम भारतीय पत्रकार संघ एवं जागरूक नागरिक मंच के तत्वाधान में काव्य निशा का आयोजन स्थानीय बस स्टैण्ड प्रांगण पर आयोजित हुआ। जिसमें मध्य प्रदेश सहित गुजरात से पधारे कवि एवं गायकों ने देशभक्ति के तरानों से समा बाँधकर श्रोताओं के दिल को जीत लिया। इस अवसर पर हरदा से पधारे श्याम शर्मा ने कहा कि सोते हुए युवाओ में फिर से जौश चाहिए, देश को गांधी नहीं पटेल या सुभाष चाहिए। वहीं जोबट से आये फिरोज सागर ने अपनी पंक्तियों में कहा कि मेरा भारत तो फुलों का गुलशन है, जान से प्यारा जन्नत में वतन है। वहीं भोपाल से पधारे नमिता नम्रता ने कहा कि अनायास ही झंकृत होते मन वीणा के तार जब किसी से होता है, पहला पहला प्यार। वहीं रंभापुर से पधारे निसार पठान ने देशभक्ति पर कविता सुनाते हुए कहा कि की पुछ रहा मुन्ना कोई नहीं मुझे ये बताते हैं तिरंगे मे लिपट के पापा आए है, से सभी की आंखें नम कर दी। अहमदाबाद के विजय तिवारी ने आकाश बदल रहे गजल से राजनीति का चित्र बयां किया। अपूर्व शुक्ला हिन्दू मुस्लिम एकता पर सद्भावना गीत में प्रसतूत की। मनकुमार मन अहमदाबाद ने हंसा-हंसा कर लोटपौट कर दिया। तबस्सुम अश्क उज्जैन ने एक मुलाकात की बात है, सहित मैं बेटी हिन्दुस्तान की गीत से अपनी छाप छोड़ी। कार्यक्रम का संचालन गंजबासोदा से आए कवि आशिष दूबे ने किया। आशिष दुबे व नम्रता नमिता की नोंक-झोंक का उपस्थित जनों ने खूब आनंद लिया। रात 1 बजे तक कवि सम्मेलन सतत् जारी रहा। आभार आयोजक जागरूक नागरिक मंच के अध्यक्ष श्री विक्रम सेन ने माना। अतिथियों को आयोजन समिति की ओर से बेच लगाकर प्रतिक चिन्ह भेंट किये गयें। काव्य निशा में शुरूआत में अतिथियों व कवियों ने शहीदों को पुष्पचक्र अर्पित किये संगीत गीत की महफिल व देशभक्ति कविता ने नगरवासियों में साहित्य व राष्ट्रीयता का संचार कर इतिहास रच दिया। आलीराजपुर नगर के सिराज तन्हा ने शायरी में देश की एकता व शहादत का गुणगान किया। राजेन्द्र गुप्ता कुक्षी ने भी स्वरचित कविता वह गीत की प्रस्तुति दी। वहीं काव्य निशा के दौरान संगीत के क्षेत्र में विशेष कला के लिये आलीराजपुर के पूर्व बीईओ संजय गाँधी एवं संगीत कलाकर स्वरूप क्षीरसागर को विशेष तौर पर सम्मानित किया गया। दोनों ने काव्य निशा में वाइलिन व तबले पर ए मेरे वतन के लोगों की शानदार प्रस्तुति दी। जिसे दर्शकों ने खूब सराहा। वहीं राष्ट्रभक्ति के गीतों का आनंद हरिश पाठक सोण्डवा, गिरीश भटनागर आजाद नगर (भाबरा), पियूष चंदेल, विनय चंदेल ने सुमधुर प्रस्तुति देकर किया। स्वागत भाषण आयोजक समिति के विक्रम सेन ने दिया। वहीं स्वागत गीत संगीता भावसार व कार्यक्रम का प्रारंभिक संचालन जागरूक नागरिक मंच के महासचिव आशुतोष पंचोली व प्रांतीय शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष राजेश आर वाघेला ने किया।
काव्य निशा के मुख्य अतिथि भाजपा के जिलाध्यक्ष वकिलसिंह ठकराला, विशेष अतिथि वरिष्ठ कांग्रेस नेता जवाहर कोठारी, नपा उपाध्यक्ष संतोष (मकु) परवाल, जिला बस एसोसिएषन के अध्यक्ष पर्वत सिंह राठौर, आमंत्रित अतिथि जिला पत्रकार संघ अध्यक्ष आशीष अगाल, महासचिव हितेन्द्र शर्मा, कांग्रेस नेता राजेन्द्र टवली, शहर काजी अफजल मियां, बीआरसी भंगु सिंह तोमर, जैन समाज के वरिष्ठ जवाहर काकड़ीवाला, अखिल भारतीय राजपूत समाज जिलाध्यक्ष अशोक सोलंकी थे। कार्यक्रम में जागरूक नागरिक मंच के रिजवान खांन, राकेश सेन, तिलक राज सेन, उमेश वर्मा, अरविन्द्र योगी, सहित समिति के सदस्यों ने कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना सराहनीय योगदान दिया।