रक्षित मोदी@छकतला
रक्तदान महादान कहा जाता है लेकिन इसे लेकर लोगों के मन में कई तरह की भ्रांतियां रहती हैं, इसके चलते कई लोग खून देने से कतराते हैं। समय पर खून ना मिल पाने से रोजाना कई लोग अस्पताल में दम तोड़ देते हैं ऐसे समय अगर कोई सूचना हमारे पास आए तो बिना समय गवाएं रक्तदान के लिए पहुंचना चाहिए क्योंकि जब हमारे खून से किसी की जान बचती है। तो खुशी देने वाला पल होता है। कुछ ऐसा ही किया बढ़िया उपसरपंच सुभाष सोलंकी ने जब उन्हें व्हाट्सएप पर एक मैसेज मिला और वह खुद तत्काल रक्तदान के लिए जिला अस्पताल पहुंच गए। दरअसल अलीराजपुर जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में कई दिनों खून की कमी चल रही है जिले के उमराली के समीप भिमबयडा गांव की रहने वाली आसम पिता सुल्तान उम्र 16 को खून की कमी की शिकायत के बाद उसे खून चढ़ाया जाना था लेकिन अस्पताल में ओ पॉजिटिव ग्रुप की कमी थी तभी व्हाट्सएप पर ब्लड की आवश्यकता है,। इसकी सूचना वायरल की गई यह मैसेज उपसरपंच सुभाष सोलंकी ने एक व्हाट्सएप ग्रुप में देखा तो खुद अस्पताल पहुंच गए। इस दौरान सुभाष सोलंकी ने कहा रक्तदान से किसी प्रकार की कोई कमी नहीं आती है 24 घंटे के अंदर वापस दिया गया रक्त बन जाता है ऐसे में सभी को इस पुण्य कार्य के लिए आगे आना चाहिए वहीं उन्होंने ब्लड की कमी की पूर्ति के लिए अस्पताल प्रबंधन के साथ समाज सेवियों के माध्यम से अपने छकतला क्षेत्र में एक ब्लड डोनेशन कैंप लगाने की बात कही है। शहीद चंद्रशेखर आजाद रक्तदान समिति ने सभी का आभार माना।
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