विदाई समारोह: मिला ऐसा सम्मान की नम हो गई सेवानिवृत्त हुए डॉ मंडलोई की आंखे

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रायपुरिया से लवेश स्वर्णकार 

पेटलावद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लोकप्रिय जाने माने वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर के डी मंडलोई 31 जनवरी को पेटलवाद से सेवा निर्वत हो चुके है 1 फरवरी शनिवार को उनका विदाई समारोह कार्यक्रम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रायपुरिया में आयोजित हुवा । रायपुरिया स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सक केएस कटारा ओर स्टाफ ने उनका फूलमाला पहनाकर स्वागत किया गौरतलब है डॉ मंडलोई ने इस अस्पताल में 28 साल सेवा दी। डॉ के डी मंडलोई ने अपने उद्बोधन में बताया कि रायपुरिया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर उनकी पहली पोस्टिंग 27 मई 1982 में में हुई थी उन्होंने 28 वर्षों तक यहां पर स्वास्थ्य सेवाए दी । 10 वर्षों तक पेटलावद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर सेवा देते हुवे वो शासकीय सेवा से मुक्त हुवे है। उन्होंने कहा कि रायपुरिया की माटी ने उन्हें इतना मोह लिया कि वो यह बयां भी नहीं कर सकते है। उन्होंने कहा उन्हें रायपुरिया से बहोत कुछ मिला उन्होंने यहां से कुछ नही खोया है जो स्नेह उन्हें यहां से मिला कभी भूल नही सकते । उन्होंने कहा रायपुरिया की मिट्टी ने उन्हें इतना प्रेरित किया कि कभी दूसरी जगह जाने का मन नहीं हुआ। शनिवार को उनका विदाई समारोह कार्यक्रम एक शाही अंदाज में हुवा बेंड बाजो के साथ बग्गी में बैठकर उन्हें गांव के बाहर तक लाया गया इस बीच रायपुरिया नगर में जगह जगह उनका स्वागत फूल माला ओर आतिशबाजी से हुबा किसी चिकिसक का ऐसा सम्मान उसकी अनगिनत स्वास्थ्य सेवा पर ही मिलता है डॉ मंडलोई ने किस तरह की चिकित्सा सेवा दी होगी उसका अंदाजा उनको विदाई समारोह में मिले सम्मान से लगाया जा सकता है। उनके सम्मान में पंचायत भवन से लेकर मेडिकल तक आतिशबाजी की गई । डॉ मंडलोई का ग्राम पंचायत भवन पर सरपंच सुखराम मेडा उपसरपंच महेंद्र प्रताप सिंह राठौर अर्चना क्लीनिक पर डॉ श्रीचन्द्र स्वर्णकार, राजेश, रणछोड़, राठौड़, अनिल मुथा, रमणलाल जैन, ठा डूंगरसिंह राठौर, दीपचंद्र मोदी, पंकज निमजा, सुनील मालवी, कांतिलाल भंडारी, सुनील व मनीष भंडारी, डॉ एड़ी त्रिवेदी, धनजी कोटडिया, पारसमल कोटडिया, अन्नत मूणत, रामकृष्ण पाटीदार, रमेश पाटीदार, हितेश विश्वकर्मा, लक्ष्मीनारायण पाटीदार तथा अन्य ग्रामीण जनों ने उनका स्वागत किया विदाई जुलूस निकल के दौरान स्वागत के लिए गांव के ग्रामीण जन घर घर खड़े रहे और उनका स्वागत किया ।