साध्वी धैर्यप्रभाजी, साध्वी निखिलशीलाजी के सानिध्य मे मंगलवार को मनाया जाएगा चौमासी पक्खी पर्व

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रितेश गुप्ता, थांदला
आचार्य उमेशमुनिजी के शिष्य प्रवर्तक जिनेन्द्रमुनिजी की आज्ञानुवर्ती साध्वी धैर्यप्रभाजी, निखिलशीलाजी, दिव्यशीलाजी, प्रियशीलाजी, दीप्तिजी ठाणा-5 वर्षावास हेतु स्थानीय पौषध भवन पर विराजित है। आपके सानिध्य में यहां प्रतिदिन प्रात: राई प्रतिक्रमण, प्रात: प्रार्थना, दोपहर में ज्ञान चर्चा, शाम को देवसी प्रतिक्रमण आदि विविध धार्मिक आराधनाएं हो रही है जिसमें बड़ी संख्या में श्रावक-श्राविकाएं उत्साहपूर्वक भाग ले रहे है। साध्वी मण्डल के नियमित व्याख्यान 15 जुलाई सोमवार से प्रात: 9 से 10 बजे तक स्थानीय पौषध भवन पर होगे। श्रीसंघ के अध्यक्ष जितेन्द्र घोड़ावत और सचिव प्रदीप गादिया ने बताया कि 16 जुलाइ को चैमासी पक्खी पर्व जप-तप-त्याग-तपस्या और विविध धार्मिक आराधनाओं के साथ मनाया जाएगा। इसी दिन से वर्षावास भी प्रारंभ होगा। वर्षावास प्रारंभ से ही विभिन्न तप की लडिय़ां प्रारंभ होगी। मंगलवार को चौमासी पक्खी पर्व के प्रसंग पर बड़ी संख्या में श्रावक-श्राविकाएं सामूहिक उपवास तप की तपस्या करेगें। वही कई आराधक तेला, बेला, आयम्बिल, नीवीं, एकासन, बियासन, आदि विविध तपाराधना करेगें। इस अवसर पर पौषध, दसवां पौषध और संवर की आराधना भी होगी। दोपहर को नवकार महामंत्र के जाप पौषध भवन स्थानक पर होगें। शाम को 7.15 बजे से चौमासी पक्खी प्रतिक्रमण प्रारंभ होगा। श्रावक वर्ग का प्रतिक्रमण दौलत भवन पर और श्राविका वर्ग का प्रतिक्रमण पौषध भवन पर होगा। प्रतिक्रमण में बड़ी संख्या में श्रावक-श्राविकाएँ भाग लेगें।
बुधवार को होगे सामूहिक पारणे
श्रीसंघ के कोषाध्यक्ष प्रकाश एम. शाहजी और ललित जैन नवयुवक मण्डल के अध्यक्ष ललित भंसाली व सचिव चिराग घोड़ावत ने बताया कि चौमासी पक्खी पर्व के प्रसंग पर होने वाले सामूहिक उपवास आदि समस्त तपाराधना करने वाले तपस्वियों के सामूहिक पारणे बुधवार को स्थानीय महावीर भवन पर होगें। पारणे करवाने का लाभ शीला महेश पीचा परिवार ने लिया है। पारणे के पूर्व पौषध भवन स्थानक पर नवकार महामंत्र के सामूहिक जाप होगे।
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